तमिलनाडु के कोयंबटूर में गुरुवार सुबह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने छापेमारी शुरू की. एनआईए की टीम पांच जगहों पर छापेमारी कर रही है. इस दौरान लैपटॉप, मोबाइल फोन, सिम कार्ड और पेन-ड्राइव जब्त किए गए.
एनआईए ने कोयंबटूर में उक्कदम, बिलाल नगर, करुम्बुकदाई समेत पांच जगहों पर छापेमारी की. टीम ने उमर फारूक, सनाबर अली, समीना मुबीन, मुहम्मद यासिर, सदम हुसैन के आवासों पर छापे मारे हैं. यह लोग एनआईए के निशाने पर हैं जिनकी एनआईए को काफी दिनों से तलाश है.
Tamil Nadu: National Investigation Agency (NIA) raids underway at 5 locations in Coimbatore. Laptops, mobile phones, SIM cards, & pen-drives seized. pic.twitter.com/m2GPZFNszK
— ANI (@ANI) August 29, 2019
खास बात यह है कि एनआईए टीम की छापेमारी ऐसे समय चल रही है, जब तमिलनाडु में आतंकियों के घुसने का इनपुट है. एनआईए की टीम पता करने की कोशिश कर रही है कि कहीं आतंकियों ने इन लोगों से संपर्क तो नहीं किया था. इसके लिए कुछ लोगों से पूछताछ भी की जा रही है.
जून महीने में एनआईए ने मोहम्मद अजरुद्दीन नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया था. यह शख्स कथित तौर पर तमिलनाडु आईएसआईएस मॉड्यूल का सरगना है. अजरुद्दीन जहरान हाशिम का फेसबुक फ्रेंड बताया जाता है जो श्रीलंका धमाके का आरोपी है.
कोयंबटूर में चल रही छापेमारी श्रीलंका धमाके से जुड़ी है. अजरुद्दीन और शेख हिदायतुल्ला पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं. इस साल 30 मई को इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी. हालांकि एनआईए ने साफ कर दिया कि छापेमारी कोयंबटूर में आतंकियों के घुसने और उस पर कार्रवाई से नहीं जुड़ी है.
गौरतलब है कि एनआईए ने इस साल जून महीने में कोयंबटूर में सात जगहों पर छापे मारे, जिसमें श्रीलंका में ईस्टर के दिन हुए विस्फोटों के मास्टरमाइंड मोहम्मद अजहरुद्दीन के सोशल मीडिया फ्रेंड का घर भी शामिल है. नए इस्लामिक स्टेट मॉड्यूल मामले की एनआईए जांच के सिलसिले में छापे मारे गए. 21 अप्रैल को श्रीलंका में हुए सिलसिलेवार विस्फोटों में 250 से ज्यादा लोग मारे गए थे. आतंकवादी संगठन आईएस ने हमले की जिम्मेदारी ली थी.