AIADMK के विधायकों ने रविवार को जे. जयललिता सरकार में वित्तमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम को पार्टी विधायक दल का नेता चुन लिया. वह जयललिता की जगह तमिलनाडु के मुख्यमंत्री होंगे. भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी करार दी गईं जयललिता को चार साल कैद की सजा सुनाई गई है. वह इस समय बेंगलुरू की सेंट्रल जेल में बंद हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह ही कभी चाय की दुकान चला चुके पनीरसेल्वम (63) इससे पहले 2001 में ऐसी ही परिस्थिति में अल्पकाल के लिए मुख्यमंत्री बनाए गए थे और जयललिता की वापसी तक पद पर रहे थे.
AIADMK के कुछ चुने हुए नेताओं ने पार्टी प्रमुख जयललिता से बेंगलुरू की सेंट्रल जेल में मुलाकात की. उसके कुछ ही घंटों बाद पनीरसेल्वम को नेता चुने जाने का निर्णय ध्वनिमत से लिया गया. जयललिता ने मुलाकात करने गए नेताओं से शीघ्र ही नया नेता चुनने के लिए कहा था.
चेन्नई स्थित पार्टी मुख्यालय में विधायक दल की बैठक के बाद इस फैसले की जानकारी दी गई. पन्नीरसेल्वम ने राज्यपाल के. रोसैया से मिलकर उन्हें विधायकों के फैसले की सूचना दी. तमिलनाडु में तनाव और असंतोष के बीच यह घटनाक्रम हुआ है.
बेंगलुरू में AIADMK के समर्थक पुरुष और महिलाओं ने बड़ी संख्या में डेरा डाल रखा है. उन्होंने जेल में बंद अपनी नेता से मुलाकात किए बगैर हटने को राजी हैं. प्रदर्शनकारियों के जमा होने की आशंका को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने पहले से ही जेल के एक किलोमीटर के दायरे में धारा 144 लागू कर दी है.
विधायक दल की बैठक के पूर्व पन्नीरसेल्वम और पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता रविवार को बेंगलुरू सेंट्रल जेल में जयललिता से मिले थे. जयललिता अपनी पार्टी AIADMK की महासचिव भी हैं.
1951 में जन्मे पन्नीरसेल्वम मूलरूप से किसान परिवार से आते हैं. बताया जाता है कि उनके पास कुछ कृषि भूमि है और वह एक चाय की दुकान भी चलाते थे जो अब भी मौजूद है. वह पेरियाकुलम नगर निगम के 1996 में अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 2001 में वह पहली बार विधायक चुने गए और जयललिता सरकार में लोक निर्माण मंत्री बनाए गए.
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता को आय के ज्ञात स्रोत से 66 करोड़ रुपये अधिक की संपत्ति जमा करने के एक मामले में शनिवार को अदालत ने दोषी करार देते हुए चार साल कैद की सजा सुनाई और 100 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया.
उधर, चेन्नई में डीएमडीके नेता ए. विजयकांत ने तमिलनाडु के राज्यपाल के. रोसैया से मुलाकात की और राज्य में राजनीतिक दलों को AIADMK के कार्यकर्ताओं की हिंसा से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की.
AIADMK के कार्यकर्ताओं ने प्रतिद्वंद्वी पार्टियों के नेताओं और उनके घरों एवं कार्यालयों को निशाना बनाने के बाद विजयकांत ने कहा, ‘मैंने राज्य की सभी पार्टियों के लिए सुरक्षा की मांग की है.’
पूरे राज्य में AIADMK के कार्यकर्ताओं ने दुकानदारों को अपनी दुकान बंद करने के लिए बाध्य किया है. दो सरकारी बसों को आग के हवाले कर दिया है और सड़कों पर आवाजाही भी एक्का-दुक्का ही है. लेकिन शनिवार के मुकाबले रविवार को स्थिति में कुछ सुधार आया.
कुछ शहरों में दुकानें और बसें चली, लेकिन सलेम, कुड्डालोर, विल्लुपुरम और कुछ अन्य शहरों में बसें नहीं चल सकीं. तमिलनाडु से कर्नाटक जाने वाली बसों के पहिए अभी तक थमे हुए हैं.