चेन्नई स्टेशन पर गुरुवार को हुए बम ब्लास्ट की जांच के लिए तमिलनाडु़ सरकार ने केंद्र की मदद लेने से इनकार कर दिया है. इस वजह से केंद्र सरकार ने एनआईए, एनएसजी और फॉरेंसिक टीम को चेन्नई भेजने के प्लान पर फिलहाल रोक लगा दी है.
तमिलनाडु़ की मुख्यमंत्री जयललिता राज्य के कानून-व्यवस्था के मामले में केंद्रीय एजेंसियों के हस्तक्षेप के खिलाफ हैं. इसलिए उन्होंने केंद्र की मदद को ठुकराते हुए कहा कि राज्य की पुलिस मामले की जांच करने में समर्थ है.
तमिलनाडु सरकार के इस फैसले के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआईए, एनएसजी और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीमों को चेन्नई भेजने के प्लान पर रोक लगा दी है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ब्लास्ट की खबर के बाद ही मंत्रालय ने सभी टीमों को चेन्नई जाने के लिए तैयार रहने को कहा था.
इस बीच, जयललिता ने ब्लास्ट की जांच की जिम्मेदारी सीबी-सीआईडी को सौंप दी है. राज्य सरकार ने इसकी जानकारी केंद्र को दे दी है. गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने ऑन रिकॉर्ड कहा था कि उन्होंने अपने अधिकारियों को राज्य सरकार को मदद मुहैया कराने का निर्देश दिया है.
आपको बता दें कि 01 मई 2014 को चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर बैंगलोर-गुवहाटी ट्रेन में पांच मिनट के अंतराल में दोहरे ब्लास्ट हुए. कम तीव्रता वाले इन धमाकों में एक महिला की मौत हो गई और 14 लोग घायल हैं जिसमें दो की स्थिति गंभीर है.