नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ मंगलोर में हुई हिंसा में मारे गए दो लोगों के मामले में सीआईडी जांच के आदेश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने जांच के आदेश दिए हैं.
बता दें, 19 दिसंबर को हुई हिंसा के दौरान मंगलोर पुलिस ने फायरिंग की थी. इस फायरिंग में जलील और नौशीन की मौत हो गई थी. कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सोमवार को मंगलोर जा रहे हैं. जहां वह पीड़ित के परिजनों से मुलाकात कर सकते हैं. इससे पहले मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया था.
बता दें, कर्नाटक के मंगलोर में नए नागरिकता कानून (CAA) को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ था. प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई. पुलिस फायरिंग में मारे जाने वाले जलील बंदर इलाके के रहने वाले थे.
Karnataka Chief Minister BS Yediyurappa orders for a CID inquiry into the incident where two people died in Mangaluru, in the violence which occurred during protest against #CitizenshipAmendmentAct, on December 19. (file pic) pic.twitter.com/gxXcUVAalM
— ANI (@ANI) December 23, 2019
परिवार के सदस्यों ने जलील की मौत के लिए मंगलोर पुलिस कमिश्नर पीएस हर्ष और पुलिस को जिम्मेदार बताया. उन लोगों ने कहा कि वहां 7 से 9 हजार की भीड़ नहीं थी, बल्कि लगभग 50 से 100 लोग थे, वो इतने भी लोगों को कैसे मैनेज नहीं कर सके.
बाद में बताया गया था कि प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए पुलिस ने फायरिंग की थी, इस दौरान दोनों पुलिस की गोली के शिकार हो गए. पीड़ित परिजनों के लिए कर्नाटक सरकार ने 10-10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है. इससे पहले कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने मंगलोर फायरिंग में जान गंवाने वाले एक शख्स के घर का दौरा किया था.