पुलिस ने तरुण तेजपाल को लेकर एक बयान दिया था कि उन्होंने अपना कृत्य स्वीकार कर लिया है. लेकिन पुलिस के इस बयान पर तरुण तेजपाल के वकील ने कोई कमेंट नहीं किया है, हां ये जरूर कहा कि यह पूरा केस आपसी सहमति से हुआ था. तेजपाल पर अपनी एक महिला सहकर्मी के यौन उत्पीड़न का आरोप है.
नाम का खुलासा न करने की शर्त पर वकील ने कहा, 'कबूल किए जाने की अफवाह है. हमें इस बारे में नहीं मालूम. जांच अधिकारी सीआरपीसी की धारा 61 के तहत बयान लेता है और हमारी पहुंच उस बयान तक नहीं है.'
सत्र अदालत में शुक्रवार को तेजपाल की रिमांड अर्जी पर सुनवाई होगी. वकील ने कहा कि बचाव पक्ष के होने के नाते उस वक्त उनकी भूमिका शुरू होगी जब आरोप-पत्र दाखिल कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी का रुख देखने के बाद ही जमानत अर्जी दायर करने का फैसला किया जाएगा.
एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, 'तेजपाल कह रहे हैं कि जो कुछ हुआ, वह आपसी सहमति से हुआ. हालांकि, उन्होंने घटना में शामिल होने से इनकार नहीं किया है. अधिकारी ने कहा कि महिला पत्रकार ने अपनी शिकायत में जो कुछ कहा, तेजपाल ने उसकी पुष्टि की है, सिवाय इसके कि कृत्य जबरन किया गया, और वह अपने इस रुख पर कायम हैं कि कृत्य आपसी सहमति से हुआ.'
तेजपाल गत शनिवार की रात से पुलिस हिरासत में हैं. उनका अधिकांश समय गोवा मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) की जांच प्रयोगशालाओं और मनोचिकित्सा तथा मानव व्यवहार संस्थान (आईपीएचबी) के ओपीडी आने-जाने में बीत रहा है. तेजपाल की तीसरे दौर की चिकित्सीय जांच होगी.
एक अधिकारी ने कहा, 'हमें उनसे पूछताछ के लिए मुश्किल से ही समय मिल पाता है. गोवा मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) ने अब उन्हें तीसरे दौर की चिकित्सा जांच के लिए बुलाया है. उन्होंने कहा कि जीएमसी प्रक्रिया के अनुरूप आवश्यक सभी जांचें कर रहा है.'
तेजपाल का दो दिसंबर को समूचा दिन जीएमसी में गुजरा और उसके बाद बुधवार को भी. आरोपी से अपराध शाखा ने रविवार को पूछताछ शुरू की थी. तेजपाल ने महिला पत्रकार और तहलका की तत्कालीन प्रबंध संपादक शोमा चौधरी को भी घटना के बारे में ईमेल भेजने की बात स्वीकार की है. जांचकर्ताओं ने कहा कि वे तेजपाल की पुलिस हिरासत बढ़ाए जाने की मांग करेंगे. उनका छह दिन का पुलिस रिमांड शुक्रवार को पूरा हो रहा है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'शोमा और तीन गवाहों को समन जारी किए गए हैं. हमें उनके द्वारा मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए बयान के आधार पर तेजपाल से पूछताछ करनी है. हम उनकी पुलिस हिरासत की अवधि बढ़ाने का अनुरोध करेंगे.'
तेजपाल पर पिछले महीने के शुरू में थिंकफेस्ट कार्यक्रम के दौरान पणजी के एक होटल की लिफ्ट में महिला पत्रकार के साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप है. लड़की ने आरोप लगाया है कि तेजपाल ने लगातार दो दिन उसके साथ दो बार यौन उत्पीड़न किया.
सवालों का जवाब देते हुए पार्रिकर ने कहा कि न्याय मिलने में अगर विलंब हो तो वह अर्थहीन हो जाता है, इसलिए सभी मामलों में शीघ्र न्याय दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि गोवा में बहुत कम लंबित मामलों का रिकॉर्ड है. गोवा के मुख्यमंत्री से जब यह सवाल किया गया कि उन्होंने मीडिया के समक्ष यह क्यों कहा कि जांच ईमानदारी से और बिना किसी हस्तक्षेप के की जाएगी, तो पार्रिकर ने कहा कि वह तो सिर्फ संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रहे थे. पार्रिकर ने कहा यह आपराधिक जांच का मामला है. आपराधिक जांच में हस्तक्षेप करना मेरी आदत नहीं है.