अपने सहकर्मी महिला पत्रकार के साथ यौन उत्पीड़न करने के गंभीर आरोप में घिरे तहलका के पूर्व संपादक तरुण तेजपाल ने अग्रिम जमानत याचिका वापस ले ली है. आपको बता दें कि तेजपाल ने गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में 25 नवंबर को अग्रिम जमानत की अर्जी दी थी.
वहीं, सूत्रों के हवाले से खबर है कि तेजपाल मुंबई हाईकोर्ट के गोवा बेंच या सुप्रीम कोर्ट में जमानत की अर्जी दे सकते हैं.
गोवा पुलिस का तेजपाल को मोहलत देने से इनकार
इस बीच गोवा पुलिस ने तरुण तेजपाल को मोहलत देने से इनकार कर दिया है. गोवा पुलिस के डीआईजी ओपी मिश्रा कहा है कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए उन्हें और मोहलत नहीं दी जा सकती. हम उनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई करेंगे. दरअसल, गोवा पुलिस ने पेशी के लिए तरुण तेजपाल को गुरुवार शाम 3 बजे तक का वक्त दिया था पर तेजपाल पेश नहीं हुए. उन्होंने पुलिस से फैक्स भेजकर 30 नवंबर तक का वक्त मांगा था जो उन्हें नहीं मिली.
शोमा चौधरी के घर के बाहर विजय जॉली का हंगामा, हुआ मामला दर्ज
तेजपाल केस के विरोध में आज बीजेपी नेता विजय जॉली ने तहलका की पूर्व मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी के घर के बाहर अजीबोगरीब प्रदर्शन किया. जॉली ने शोमा चौधरी के घर बाहर कालिख पोत डाली. यही नहीं उन्होंने शोमा चौधरी के नाम के आगे आरोपी भी लिख दिया. उनके इस व्यवहार की चौतरफा निंदा तो हुई ही पुलिस ने भी उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
शोमा चौधरी ने महिला आयोग से माफी मांगी
घर के बाहर चल रहे हंगामे के बीच शोमा चौधरी राष्ट्रीय महिला आयोग के दफ्तर पहुंची. महिला आयोग ने जानकारी दी कि शोमा चौधरी ने तेजपाल प्रकरण में हुई चूक पर माफी मांग ली है. वहीं, आयोग ने गोवा पुलिस से तेजपाल केस से संबंधित सभी दस्तावेज मांगे हैं.
शोमा चौधरी का इस्तीफा
तहलका की मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी ने भी इस्तीफा दे दिया है. आपको बता दें कि शोमा पर तरुण तेजपाल को बचाने का आरोप लग रहा है. हालांकि शोमा ने बुधवार को तेजपाल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वली महिला सहकर्मी के चरित्र पर लांछन लगाने की कोशिश करने के आरोप का खंडन किया.
शोमा चौधरी भी गिरफ्तार होः गोवा महिला आयोग
शोमा चौधरी ने भले ही तहलका के मैनेजिंग एडिटर पद से इस्तीफा दे दिया हो पर उनपर हमले तेज होते जा रहे है. गोवा महिला आयोग ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की है. गोवा महिला आयोग की अध्यक्ष विद्या सेठ ने कहा कि शोमा चौधरी अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकती. उसने पीड़ित का चरित्र हनन किया है. गोवा पुलिस को उसे भी गिरफ्तार करना चाहिए.