वित्त मंत्री अरुण जेटली वर्ष 2014-15 के आम बजट में कामकाजी महिलाओं के लिए अच्छी खबर ला सकते हैं. सरकार महिलाओं के इनकम टैक्स के स्लैब को बढ़ाने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है.
अगर इस प्रस्ताव को पास किया जाता है तो पहले की तरह महिलाओं को पुरुषों की तुलना में इनकम टैक्स में ज्यादा छूट मिलने जैसी व्यवस्था फिर से शुरू हो सकती है. पुरुषों की तुलना में उनकी न्यूनतम इनकम टैक्स छूट 3.25 से 3.50 लाख रुपये तक की जा सकती है. साल 2012-13 के बजट में महिलाओं और पुरुषों की टैक्स छूट की सीमा 2 लाख रुपये वार्षिक कर दी गई थी.
यही नहीं, सरकार बुजुर्गों को इनकम टैक्स देने में छूट संबंधी उम्र सीमा 65 से घटाकर 60 साल करने के प्रस्ताव पर भी विचार कर रही है. इस बजट में सरकार कई अहम मुद्दों पर विचार कर रही है. वर्तमान में तीन टैक्स स्लैब है. पहला जिनकी आय सलाना 2 लाख रुपये हैं, उन्हें टैक्स नहीं देना होता. जिनकी आय 2 लाख से 5 लाख रुपये हैं उन्हें 10 प्रतिशत के हिसाब से टैक्स देना पड़ता है. तीसरा स्लैब 5 लाख से 10 लाख रुपये सालाना आय वालों के लिए है, जिन्हें 20 प्रतिशत टैक्स देना पड़ता है. सलाना 10 लाख रुपये से अधिक आय वालों को 30 प्रतिशत टैक्स चुकाना पड़ता है.
सूत्रों के मुताबिक इस बजट में सरकार डायरेक्ट टैक्स कोड (डीटीसी) बिल 2013 को ला सकती है, जिसमें सालाना 10 करोड़ रुपये से अधिक आय वाले लोगों पर सबसे अधिक 35 प्रतिशत रुपये का टैक्स लगाया जा सकता है.
आपको बता दें कि सरकार ने 8 जुलाई को रेल बजट और 10 जुलाई को आम बजट पेश करने का फैसला किया है.