संसद का बजट सत्र खत्म हो चुका है लेकिन टीडीपी अब भी आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पर अड़ी है. पार्टी के सांसदों ने आज संसद की कार्यवाही स्थगित होने के बाद स्पीकर सुमित्रा महाजन के चैंबर में धरना दे दिया है. पार्टी के सांसद स्पीकर के कक्ष में जाकर फर्श पर लेट गए हैं और वहां से जाने को तैयार नहीं है. हालांकि स्पीकर सुमित्रा महाजन चैंबर में मौजूद नहीं हैं.
गुरुवार को भी राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद टीडीपी सांसदों ने सदन में धरना दिया था. राज्यसभा के स्टाफ और मार्शलों ने सांसदों से सदन छोड़ने की विनती की, लेकिन सांसद सदन से बाहर जाने के लिए तैयार नहीं हुए और पोस्टर लेकर खाली सदन में नारेबाजी करने लगे.
देर शाम को घंटों की मशक्कत के बाद सदन में बैठे सांसदों को मार्शलों की मदद से बाहर निकलवाया गया, जबकि सदन की कार्यवाही दोपहर बाद ही स्थगित हो गई थी. बाहर निकाले जाने से पहले इन सांसदों का मेडिकल चेकअप भी किया गया, क्योंकि कई घंटों से यहां बैठकर प्रदर्शन कर रहे थे.
एनडीए से अलग टीडीपीTDP Rajya Sabha MPs continued their protests in the house even after it was adjourned for the day #BudgetSession #SpecialStatus pic.twitter.com/Zon4dYByu9
— ANI (@ANI) April 5, 2018
आंध्र प्रदेश के लिए स्पेशल पैकेज और विशेष दर्जे की मांग को लेकर टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस लगातार संसद के भीतर और बाहर प्रदर्शन कर रही है. टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया था. उनकी पार्टी सत्र से पहले एनडीए का हिस्सा थी, लेकिन बीच सत्र में न केवल टीडीपी ने सरकार से समर्थन वापस लिया बल्कि पार्टी के 2 सांसदों ने कैबिनेट से भी इस्तीफा दिया था.
वहीं दूसरी ओर वाईएसआर कांग्रेस के प्रमुख जगन मोहन रेड्डी की पार्टी के 5 सांसदों ने लोकसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस दोनों ही दलों के सांसद आंध्र-तेलंगाना से आते हैं, ऐसे में दोनों पार्टियां अपने राज्य के लिए विशेष दर्जे की मांग पर अड़ी हुई हैं.