आंध्र प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने बुधवार को कहा कि वह बजट सत्र के दौरान तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की ओर से लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेगी. आंध्र प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र बुधवार से शुरू हुआ है.
टीडीपी के इस फैसले के बाद टीआरएस ने आरोप लगाया कि टीडीपी राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस से मिली हुई है. टीआरएस नेता हरीश राव ने कहा कि इससे तेदेपा अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू का 'असली चेहरा' जाहिर हो गया है.
उन्होंने कहा, नायडू लोगों से रोजाना कह रहे हैं कि कांग्रेस की सरकार को एक मिनट भी सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है, लेकिन वास्तव में वह इसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं. यह कांग्रेस व तेदेपा के बीच मैच-फिक्सिंग की तरह है.'
टीआरएस नेता ने हालांकि कहा कि यदि अविश्वास प्रस्ताव तेदेपा की ओर से लाया जाता है तो उनकी पार्टी इसका समर्थन करेगी. वहीं, तेदेपा नेता गली मुद्दुकृष्णामा नायडू ने टीआरएस के अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन नहीं करने के पार्टी के फैसले का बचाव करते हुए कहा, 'हम टीआरएस या वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के झांसे में नहीं आएंगे. हम जानते हैं कि अविश्वास प्रस्ताव कब लाना चाहिए.'
उधर, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी ने कहा कि वह अविश्वास प्रस्ताव से डरे हुए नहीं हैं. उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष की ओर से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव दिसम्बर 2011 में हार गया था.