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श्रीलंका को रौंद टीम इंडिया बनी नंबर-वन

मौजूदा सीरीज के तीसरे और आखिरी टेस्‍ट मैच में टीम इंडिया ने श्रीलंका को पारी और 24 रन से मात दी. इस तरह टेस्‍ट रैंकिंग में भारत नंबर-वन की कुर्सी पर काबिज हो गया है.

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मौजूदा सीरीज के तीसरे और आखिरी टेस्‍ट मैच में टीम इंडिया ने श्रीलंका को पारी और 24 रन से मात दी. इस तरह टेस्‍ट रैंकिंग में भारत नंबर-वन की कुर्सी पर काबिज हो गया है.

मैच के पांचवें और आखिरी दिन श्रीलंकाई टीम ने जल्‍दी-जल्‍दी शेष 4 विकेट खो दिए. मेहमान टीम 309 रन बनाकर आउट हो गई. इस तरह भारत ने मौजूदा सीरीज पर 2-0 से कब्‍जा जमा लिया. वीरेंद्र सहवाग को 'मैन ऑफ द मैच' और 'मैन ऑफ द सीरीज' घोषित किया गया. श्रीलंका की दूसरी पारी में भारत की ओर से जहीर खान ने सर्वाधिक 5 विकेट झटके.

श्रीलंका का नौंवा विकेट कुलशेखरा (19) और दसवां विकेट मुरलीधरन (14) के रूप में गिरा. मेहमान टीम का आठवां विकेट हेराथ के रूप में गिरा. हेराथ महज 3 रन बनाकर जहीर खान की गेंद पर आउट हुए. इससे पहले आज सुबह श्रीलंका का सातवां विकेट संगकारा के रूप में गिरा. संगकारा शानदार 137 रन बनाकर जहीर खान की गेंद पर आउट हुए.

अहमदाबाद टेस्ट ड्रॉ करने के बाद भारत ने विरोधी को सर तक उठाने का मौका नहीं दिया. कानपुर में 77 साल के टेस्ट इतिहास की पूर्ति सौवीं जीत हासिल करके की. खिलाडि़यों को मालूम था कि मुंबई की जीत टीम इंडिया की ताजपोशी करवा सकती है, इसलिए उन्‍होंने ज़रा सी भी चूक नहीं की.

इससे पहले तीसरे टेस्‍ट में भारत की पहली पारी के 9 विकेट पर 726 रन के जवाब में श्रीलंका ने चौथे दिन 6 विकेट पर 274 रन बनाए.  भारतीय गेंदबाज पूरे दिन में सिर्फ 6 ही विकेट ले सके. आज मैच में जीत हासिल कर टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया है.

कहने को धोनी की कप्तानी में 10 टेस्ट मैच ही गुज़रे हैं, लेकिन इस दौरान टीम ने एक भी मैच नहीं हारा. साथ ही 2 सीज़न का ऐसा ही प्रदर्शन टीम को शिखर तक ले आया. भिड़ंत हुई है दक्षिण अफ़्रीका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, इंग्लैंड और श्रीलंका से. ये बात दीगर है कि इस दौरान विदेशी ज़मीन पर एक ही सीरीज़ हुई है. टीम इंडिया इस बात को समझती है कि नंबर वन का ताज सर पर बरकरार रखने के लिए बड़ी-बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा.
 
इस जीत के मुकाम पर यह नहीं भूला जा सकता है कि अहमदाबाद का ड्रॉ भी भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए एक बड़ी उपलब्धि था. कानपुर में बल्ले और गेंद, दोनों का वर्चस्व लंका को धूल चटा गया. मुंबई तो बेमिसाल रहा. वीरेंद्र सहवाग का 293 रन अहम रहा, पर राहुल द्रविड़, महेंद्र सिंह धोनी और हरभजन सिंह की फिरकी का योगदान कम नहीं रहा.

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