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'जल्द हाजिर हों तरुण तेजपाल', रेप के आरोपी संपादक को गोवा पुलिस का समन

साथी पत्रकार से रेप के आरोपी संपादक तरुण तेजपाल को आखिरकार गोवा पुलिस ने समन भेज दिया है. पुलिस ने उन्हें जल्द से जल्द पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा है.

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तरुण तेजपाल
तरुण तेजपाल

साथी पत्रकार से रेप के आरोपी संपादक तरुण तेजपाल को आखिरकार गोवा पुलिस ने समन भेज दिया है. पुलिस ने उन्हें जल्द से जल्द पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा है.

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आज तेजपाल की अग्रिम जमानत याचिका पर भी सुनवाई होनी है. उनकी मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं क्योंकि लड़की की मां ने तेजपाल के एक करीबी रिश्तेदार के खिलाफ धमकी देने और दबाव बनाने का मामला दर्ज करवा दिया है.

पीड़िता ने लगाया था दबाव बनाने का आरोप
दिल्ली पुलिस सूत्रों ने बताया कि पीड़ता की मां पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर पुलिस थाने गईं और वहां उन्होंने तेजपाल के परिवार के सदस्य के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई. शनिवार को पीड़िता ने एक बयान जारी कर कहा था कि बेहद कठिनाई भरे इस दौर में उन पर तेजपाल को बचाने के लिए दबाव डाला जा रहा है और धमकी दी जा रही है.

पुलिस ने कहा कि उन्होंने शिकायत को यह तय करने के लिए अपने कानून विभाग के पास भेज दिया कि इससे कैसे निपटा जाए. महिला पत्रकार ने कल तहलका की मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी और तेजपाल पर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश करने, धमकाने, चरित्र हनन और कलंकित करने के हथकंडे अपनाने का आरोप लगाया था.

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सीएम ने दिए फास्ट ट्रैक जांच के संकेत
उधर गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने ऐसे आरोपों को खारिज किया है कि बीजेपी तेजपाल के खिलाफ पुलिस पर दबाव डाल रही है. फास्ट ट्रैक जांच का संकेत देते हुए उन्होंने कहा, 'ऐसे हाई प्रोफाइल मामले लंबे समय तक नहीं खिंचने चाहिए. ये जनता के विश्वास के लिए सदमे के बराबर हैं.'

तेजपाल पर गोवा पुलिस ने रेप का मामला दर्ज किया है. गोवा पुलिस का तीन सदस्यीय दल शोमा चौधरी और तहलका के उन तीन कर्मचारियों से भी पूछताछ कर चुका है जिनको पीडि़ता ने कथित घटना में अपना पक्ष बताया था.

मामले को राजनीतिक साजिश बता चुके हैं तेजपाल
इससे पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक के तेजपाल के अनुरोध को खारिज कर दिया था. तेजपाल ने एफआईआर को राजनीतिक रूप से प्रेरित करार दिया और आरोप लगाया कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर इस मामले में बेवजह दिलचस्पी ले रहे हैं.

गौरतलब है कि पीड़िता ने तेजपाल पर 'तहलका' के सालाना फेस्ट में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. तेजपाल ने संस्थान को लिखी चिट्ठी में पहले माफी मांग ली थी और प्रायश्चित करने की बात कही थी. लेकिन एफआईआर दर्ज होने के बाद वह पलट गए और पीड़िता पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने इस तरह के बयान दिए जिसका यह संदेश निकला कि उस दिन जो कुछ हुआ, उसमें लड़की की भी सहमति थी.

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