यौन उत्पीड़न का आरोप झेल रहे तहलका के प्रधान संपादक तरुण तेजपाल का सोमवार को अनिवार्य मेडिकल परीक्षण किया गया जिसमें रक्त एवं पुरुषत्व जांच भी शामिल है.
इससे पहले गोवा पुलिस ने तेजपाल से कई घंटे तक पूछताछ की थी. पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुरुषत्व की जांच इसलिए की जाती है कि आरोपी दुष्कर्म करने के लिए शारीरिक रूप से सक्षम है या नहीं, जबकि पुलिस हिरासत में रहने के दौरान आरोपी की हर दो दिन में रक्त जांच अन्य मेडिकल जांच आवश्यक होती है.
सूत्रों के मुताबिक, तेजपाल के पुरुषत्व की जांच के लिए उन्हें पणजी के नजदीक गोवा मेडिकल कालेज लिए ले जाया गया. गोवा की एक अदालत ने यौन उत्पीड़न मामले में पूछताछ के लिए तेजपाल को छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है.