गोवा पुलिस के एक विशेष जांच दल ने तहलका पत्रिका के संपादक तरुण तेजपाल के खिलाफ एक महिला पत्रकार द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के सिलसिले में पत्रिका की प्रबंध संपादक शोमा चौधरी से 9 घंटे पूछताछ की. इस बीच तेजपाल पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.
दूसरी ओर, पीड़ित लड़की ने शनिवार रात बयान जारी कर कहा कि उस पर तथा उसके परिवार के सदस्यों पर ऐसे सदमे के समय तरुण तेजपाल को बचाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है, जो आगे और उत्पीड़न तथा धमकाने की शुरुआत हो सकती है.
दिल्ली में सूत्रों ने कहा कि गोवा पुलिस के डीएसपी सैमी टावर्स के नेतृत्व में तीन सदस्यीय दल शनिवार शाम करीब 4:45 बजे दिल्ली में ग्रेटर कैलाश-2 स्थित तहलका के दफ्तर पहुंचा और शोमा तथा तहलका के दो-तीन अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की.
सूत्रों के अनुसार, मामले में जांच अधिकारी सुनीता सावंत समेत गोवा के पुलिस दल ने बाद में शोमा और अन्य कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए.
तहलका पत्रिका ने ट्विटर पर एक पोस्ट में लिखा है कि शोमा ने गोवा पुलिस द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेजों को साझा किया है और वे जांच में सहयोग देती रहेंगी.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र यादव समेत दिल्ली पुलिस की एक टीम भी पूछताछ के दौरान गोवा पुलिस की मदद के लिहाज से तहलका के दफ्तर में मौजूद रही. दोपहर में पहुंचा गोवा पुलिस की अपराध शाखा का दल घटना के बारे में तेजपाल के ई-मेल और पीड़ित लड़की द्वारा तहलका प्रबंधन को की गई शिकायत जुटाने की कोशिश कर रहा है, जिसके बाद संपादक से पूछताछ हो सकती है. एक पुलिस अधिकारी ने यह बताते हुए तेजपाल की गिरफ्तारी की संभावना से इनकार नहीं किया.
तेजपाल के खिलाफ इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है. पणजी में गोवा पुलिस के डीआईजी ओपी मिश्रा ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि होटल की लिफ्ट में कोई सीसीटीवी कैमरे नहीं थे, जहां तेजपाल ने तलहका की महिला पत्रकार का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया था.
मिश्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘होटल अधिकारियों ने हमें बताया कि एलिवेटर में अलग से कैमरे नहीं हैं. हम होटल से (अन्य जगहों से) कैमरों की विस्तृत जानकारी जुटा रहे हैं और विस्तार से इनकी पड़ताल करेंगे.’
पीडि़त महिला पत्रकार का कहना है कि तेजपाल का एक करीबी रिश्तेदार शुक्रवार रात उनकी मां के घर गया था और उसने पूछा कि अपनी शिकायत के एवज में महिला पत्रकार क्या ‘चाहती’ है.
पत्रकार का कहना है कि तेजपाल का रिश्तेदार 22 नवंबर की रात में उसकी मां के घर आया था और उसने मां से पूछा कि वे लोग कानूनी सलाह के लिए किससे संपर्क कर रहे हैं. तहलका की महिला पत्रकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, उस रिश्तेदार ने पत्रकार की मां से कहा कि वे ‘श्रीमान तेजपाल’ को बचाएं.