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तेजस जैसा कोई नहीं, जानें कैसे PAK और चीन के 'थंडर' को कर देता है ये 'ठंडा'

तेजस का ढांचा कार्बन फाइबर से तैयार किया गया है, जिसकी वजह से यह हल्‍का है. यह रडार की पहुंच से भी बाहर रहता है.

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वायुसेना में शामिल हुआ तेजस
वायुसेना में शामिल हुआ तेजस

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भारतीय वायुसेना में शुक्रवार को पूरी तरह हिंदुस्तान में बनकर तैयार हुआ पहला लाइट कॉम्बैट फाइटर प्लेन शामिल होने जा रहा है. 1350 किमी रफ्तार से गरजने वाला यह विमान दुनिया के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक है. तेजस की गर्जना ऐसी है कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और चीन थर्रा उठे. आइए जानते हैं देश की शान बढ़ाने वाले इस विमान की खूबियों के बारे में-

1. एक तेजस को बनाने में लगभग 300 करोड़ रुपये खर्च होते हैं.

2. हालांकि इसके काफी पुर्जे बाहर से आए हैं. जैसे इंजन अमेरिका और रडार इजरायली है.

3. कार्बन फाइबर से इसका ढांचा तैयार किया गया है, जिसकी वजह से यह हल्‍का है. यह रडार की पहुंच से भी बाहर रहता है.

4. तेजस का वजन 12 टन है और इसकी लंबाई 13.2 मीटर है.

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5. इसके पंखे 8.2 मीटर चौड़े हैं.

6. इसकी ऊंचाई 4.4 मीटर है और रफ्तार 1350 किमी प्रति घंटा है.

7. आर 73 एयर टू एयर मिसाइल, लेजर गाइडेड मिसाइल और मेक इन इंडिया अस्‍त्र मिसाइल इसकी ताकत है.

8. तेजस मल्‍टी रोल विमान है और इसकी तकनीक किसी वीडियो गेम की तरह है, जिससे इसको उड़ाना आसान है.

9. ये 50 हजार फीट की हाइट तक उड़ सकता है.

10. यह चीन और पाकिस्‍तान की ओर से मिलकर बनाए गए जेएफ 17 थंडर को भी फीका कर देता है.

11. इसमें हवा में ईंधन की आपूर्ति संभव है जबकि पाक के थंडर में ऐसा नहीं है.

12. तेजस की ईंधन क्षमता 2500 लीटर है जबकि थंडर की 2300 लीटर.

13. तेजस रनवे में सिर्फ 460 मीटर दौड़कर हवा में आ जाता है जबकि थंडर को हवा में उठने के लिए 600 मीटर दौड़ना जरूरी है.

14. थंडर पारंपरिक स्‍टील और एल्‍यूमीनियम से बना है और इसकी कीमत करीब 180 करोड़ रुपये है.

15. तेजस अगले साल वायुसेना की लड़ाकू योजना में नजर आएगा. इसे अग्रिम अड्डों पर भी तैनात किया जाएगा.

16. यह कई मामलों में फ्रांस में बने मिराज 2000 जैसा है.

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