बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने खाने से पहले और खाने के बाद नेशनल एंथम करने की सलाह दी है. बीजेपी पर वार करते हुए उन्होंने कहा, "देश भक्ति सब लोगो में है, राष्ट्र गान का जो मामला है, जो कोर्ट में चल रहा है, कोर्ट से क्या आर्डर आया नहीं आया इस पर हम टीका-टिपण्णी कम करते हैं, कुछ भी बोलियेगा तो देश द्रोही कहलाइयेगा, चाहे देश के पक्ष में बात करें या देश के लिए काम करिये, हमलोग कोई भी काम करेंगे देश के पक्ष में करेंगे और देश की अच्छाइयां भी हम करेंगे."
तेजस्वी यादव ने पटना में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "लालू जी का जो नाम हुआ इंडियन रेलवे, प्रॉफिट 90 हजार करोड़ रूपये, हॉवर्ड के लोग आ गए, हॉवर्ड में कितने देशों के लोग पढ़ते हैं, देश भक्ति बढ़ाने वाली बात थी, लेकिन ईनाम क्या मिल रहा है, देशद्रोही का, करप्शन के चार्जेस. अभी जिनसे आप बहसा-बहसी कीजियेगा तो इनको तो हम सलाह देंगे की खाने से पहले और खाने बाद भी खड़े होकर नेशनल एंथम करें, नहाने से पहले भी."
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करने के बाद सेल्फी लेना पार्टी के एक नेता और पूर्व में शराब माफिया रहे शख्स को खासा महंगा पड़ गया. जेडीयू को जब सोशल मीडिया में वायरल होने वाली तस्वीरों के बारे में पता चला तो आलाकमान ने उसे सीधे बाहर का रास्ता दिखा दिया. राकेश सिंह पार्टी में भोजपुर जिले के उदवंतनगर प्रखंड का अध्यक्ष था. सीएम के साथ मुलाकात के बाद उसने सोशल मीडिया पर तीन तस्वीरें डालीं थीं. राकेश की तस्वीर को लेकर विपक्ष ने भी सरकार पर निशाना साधा.
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने फोटो को ट्वीट करते हुए भी शराबबंदी पर तंज कसा था. तेजस्वी ने लिखा था, "ज़हरीली शराब कांड के मुख्य आरोपी को सम्मान सहित नीतीश जी ने CM आवास पर बुलाकर सम्मानित किया। आरोपी जदयू का प्रखंड अध्यक्ष भी है। ठोंको ताली शराबबंदी के नाम पर".