तरुण तेजपाल मामले की पीड़िता का नाम ट्विटर पर उजागर करने की आरोपी बीजेपी की प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी के खिलाफ गोवा पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
बहरहाल शिकायतकर्ता ने दावा किया कि बीजेपी शासित राज्य गोवा की पुलिस ठीक से काम नहीं कर रही है.
पुलिस के साइबर सेल ने पिछले हफ्ते शहर के एक वकील और शिकायतकर्ता सुनील कवथानकर को औपचारिक रूप से एक अनुरोध भेजा, जिन्होंने अपनी शिकायत में मांग की थी कि मीनाक्षी लेखी के खिलाफ आईपीसी की धारा 228ए के तहत मामला दर्ज किया जाए.
साइबर शाखा ने कवथानकर से मीनाक्षी लेखी के ट्वीट की स्क्रीनशॉट कॉपी और यूआरएल नंबर पेश करने को कहा. 10 दिसम्बर को लिखा गया यह पत्र शनिवार को कवथानकर को मिला.
कवथानकर ने कहा कि वह पुलिस द्वारा प्राथमिक कार्रवाई शुरू करने से खुश हैं, लेकिन उनको शक है कि पुलिस एक सीनियर बीजेपी पदाधिकारी के खिलाफ जांच में गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा कि वे इस मामले को सोमवार को पुलिस महानिदेशक के सामने उठाएंगे.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी पीड़िता का नाम उजागर करने के लिए मीनाक्षी लेखी को नोटिस भेजा है. लेखी ने इन सभी आरोपों का खंडन किया और दावा किया कि उनके ट्विटर एकाउंट का दुरुपयोग किया गया. उन्होंने कहा कि सभी आरोप राजनीति से प्रेरित हैं.