अविभाजित आंध्र प्रदेश से राष्ट्रपति शासन सोमवार को आंशिक रूप से हटा लिया जाएगा ताकि नवगठित तेलंगाना राज्य में टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली सरकार को शपथ ग्रहण में मदद मिल सके.
तेलंगाना में राष्ट्रपति शासन सोमवार को हट जाएगा, हालांकि बंटवारे के बाद के बाकी आंध्र प्रदेश में यह लागू रहेगा क्योंकि टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभवत: एक हफ्ते बाद संभालेंगे. तेलंगाना में राष्ट्रपति शासन हटाने के बारे में अधिसूचना सोमवार सुबह जारी होने की उम्मीद है, ताकि राव देश के इस नवगठित 29वें राज्य के पहले मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल सकें.
अधिसूचना में स्पष्ट होगा कि विभाजन के बाद शेष आंध्र प्रदेश में राष्ट्रपति शासन तब तक लागू रहेगा जब तक नायडू मुख्यमंत्री के रूप में शपथ न ले लें. सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि नायडू संभवत: 8 जून को शपथ लेंगे. मुख्यमंत्री एन किरन कुमार रेडडी के इस्तीफे के बाद गत एक मार्च से आंध्र प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया था.
हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति ने तेलंगाना में 119 विधानसभा सीटों में से 63 पर जीत दर्ज की है जबकि टीडीपी ने बीजेपी के साथ मिलकर सीमांध्र की 175 सीटों में से 106 विधानसभा सीटें जीती हैं. सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री के रूप में राव के शपथ ग्रहण से पहले राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन खुद शपथ लेंगे. उन्हें प्रस्तावित तेलंगाना राज्य का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. सरकारी सूत्रों ने बताया कि राज्य के 2 जून को होने वाले बंटवारे को सुचारू रूप से अंजाम देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय और आंध्र प्रदेश सरकार में गहमा गहमी जारी है .