तेलंगाना में किसानों की आत्महत्या के मामले दिन ब दिन बढ़ते जा रहे हैं. लेकिन बजाय इसका ठोस हल निकालने के, सरकार कांग्रेस से लेकर तेलगु देसम पार्टी को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रही है. निशाने पर अब मीडिया भी है.
इसी महीने पांच लाख रुपये का कर्ज ना चुका पाने पर किस्तैया नाम के एक किसान ने खुदकुशी कर ली . ये घटना राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के मेदक जिले में मौजूद गांव से बस दो किलोमीटर की दूरी पर घटी.
तेलंगाना सरकार के आंकड़ों के मुताबिक अभी तक 409 किसानों ने खुदकुशी की है. लेकिन सामाजिक कार्यकर्ताओं के अनुसार असल में ये आंकड़ा हजार के पार है. इस मुद्दे पर अपनी राय देते हुए कृषि मंत्री पी श्रीनिवास रेड्डी ने मीडिया पर तनाव फैलाने का आरोप लगया. उन्होंने कहा, 'मैं परेशान नहीं हूं, कुछ मीडिया कंपनियां क्राइसिस फैला रही हैं. मुझे पता है.'
सरकार के इस रवैये से नाराज टीडीपी नेता रेवंत रेड्डी ने कहा, 'राज्य में करीब एक करोड़ जमीन बर्बाद हो गई है. किसान आत्महत्या कर रहे हैं. लेकिन कृषि मंत्री या कोई अन्य मंत्री ने उनसे मुलाकात नहीं की.' उन्होंने कहा, 'इसका मतलब सरकार केवल कॉरपोरेट सेक्टर के लिए काम कर लही है'.