संसद के कामकाज के लगातार बाधित होने के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बीजेपी नेताओं को डिनर पर अमंत्रित किया है. 12 फरवरी को आयोजित होने वाले इस डिनर में प्रधानमंत्री तेलंगाना विधेयक समेत अन्य भ्रष्टाचार निरोधक कानूनों को संसद में पारित कराने के संबंध में बीजेपी से समर्थन की मांग करेंगे.
जानकारी के मुताबिक, डिनर डिप्लोमेसी के तहत आमंत्रण के लिए रविवार रात प्रधानमंत्री ने खुद बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली को फोन किया. डिनर का आयोजन प्रधानमंत्री आवास पर होगा.
सूत्रों के अनुसार, डिनर का आयोजन पहले सोमवार की रात को होना था लेकिन आडवाणी के उपलब्ध नहीं होने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया. आडवाणी अभी अपने संसदीय क्षेत्र गांधीनगर में हैं, वहीं खबरों के अनुसार सरकार बीजेपी के आंध्रप्रदेश पुनर्गठन विधेयक 2013 में संशोधन की मांग पर सहमत हो गई है और ऐसी संभावना है कि पीएम बैठक के दौरान बीजेपी नेताओं को आश्वस्त करेंगे कि सीमांध्र क्षेत्र के साथ न्याय किए जाने संबंधी उनकी चिंताओं पर ध्यान दिया जायेगा.
उधर, बीजेपी ने तेलंगाना के गठन का समर्थन करने को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है, वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी ने विधेयक का समर्थन करने के संबंध में शर्त लगाई है. पार्टी का कहना है कि विधेयक में सीमांध्र क्षेत्र के लोगों की चिंताओं को दूर किया जाना चाहिए और वित्तीय पैकेज स्पष्ट किया जाना चाहिए.
तेलंगाना विधेयक राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की मंजूरी के बाद एक-दो दिन में राज्यसभा में रखा जा सकता है. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस विधेयक को शुक्रवार को हरी झंडी दे दी थी और इसे राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा था. इससे पूर्व पांच फरवरी से संसद का विस्तारित शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद से ही तेलंगाना के मुद्दे पर कामकाज बाधित रहा है.
चुनाव से पहले संसद का अंतिम सत्र है. जाहिर है ऐसे में सरकार आंध्र प्रदेश के बंटवारे की घोषणा के बाद विधेयक को पारित कराना चाहती है.