अलग तेलंगाना पर शुरू हुआ बवाल थमने की जगह और बढ़ता जा रहा है. दिल्ली में अलग तेलंगाना के खिलाफ हुई बैठक के बाद कुछ केंद्रीय मंत्री भी आज अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं.
सूत्रों के मुताबिक अलग तेलंगाना के विरोध में एचआरडी मंत्री पल्लम राजू समेत 4 केंद्रीय मंत्रियों के आज इस्तीफा सौंपने की खबर है.
दिल्ली में हुई एक अहम बैठक में सीमांध्र के सांसदों के साथ 4 केंद्रीय मंत्री भी थे, जिनमें एचआरडी मंत्री पल्लम राजू भी शामिल थे. साथ ही सीमांध्र के कई सांसद भी मौजूद थे. सूत्रों के मुताबिक देर रात तक हुई बैठक के बाद इस्तीफे का फैसला लिया गया है.
सूत्रों की माने तो अलग तेलंगाना के विरोध में 4 केंद्रीय मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं. इस्तीफा देने वालों में एचआरडी मंत्री पल्लम राजू भी शामिल हैं. साथ ही 8 सांसद भी आज अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं.
माना जा रहा है कि पहले सभी सांसद संसद में मिलेंगे और फिर एक साथ ही इस्तीफा देंगे लेकिन अलग तेलंगाना बनाने पर दिल्ली में ही नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश तक तहलका मचा हुआ है. अलग तेलंगाना बनाने के ख़िलाफ तटीय आंध्र प्रदेश के नेताओं में भी इस्तीफा देने की होड़ लग गई है.
गुरुवार को इस मामले में पहले कांग्रेस के 10 विधायकों ने इस्तीफ़ा दिया था और शाम होते-होते तेलुगू देशम पार्टी के विधायक भी इस्तीफ़े की चिट्ठी लेकर पहुंच गए. तेलुगूदेशम पार्टी के 14 विधायकों ने इस्तीफ़ा दे दिया है.
वहीं दूसरी ओर तेलंगाना क्षेत्रों में दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी रहा. विजयवाड़ा शहर में जेएसी के बैनर तले उसके संयोजक देवीनेनी अविनद्ध के नेतृत्व में छात्रों ने बेंज सर्कल पर सड़क यातायात को बाधित किया. आंदोलनकारी सरकारी कर्मचारी कार्य से दूर रहे और उनके साथ सिद्धार्थ महिला कालेज के लेकचरर भी शामिल हो गए. इसके अलावा इब्राहीमपटनम थर्मल पावर स्टेशन के कर्मचारी भी साथ हो लिये.
मुख्य क्षेत्रों में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे. वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सांसद राजगोपाल के आवास का घेराव किया और उनके त्यागपत्र की मांग की लेकिन कोई अप्रिय घटना की जानकारी नहीं है.
कृष्णा जिले में नूजीवीड, तिरवुर और जग्गईपेट छात्रों ने रास्ता रोको आंदोलन किये। जग्गईपेट में छात्रों ने विजयवाड़ा.हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया जिससे लंबी दूरी के वाहन लंबे समय तक फंसे रहे।
विशाखपत्तनम में समईक्यांध्रा (एकीकृत आंध्र) छात्र संयुक्त कार्यसमिति तथा कांग्रेस के तेलंगाना समर्थक निर्णय के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे अन्य द्वारा आहूत बंद की आंशिक असर देखने को मिला.
निजी और सरकारी विद्यालयों को छोड़कर सामान्य जनजीवन प्रभावित नहीं हुआ क्योंकि सरकारी कार्यालय, बैंक और व्यापारिक प्रतिष्ठान सामान्य दिनों की तरह संचालित हुए. हालांकि सरकारी और निजी विद्यालय तथा आंध्र विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कालेज दूसरे दिन भी बंद रहे.
पूर्वी गोदावरी जिले में समईक्यांध्र (एकीकृत आंध्र) कार्यकर्ताओं द्वारा आहूत बंद दूसरे दिन भी जारी रहा. राजमुंदरी से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बसों को क्षतिग्रस्त करने और राजनीतिक दलों के कार्यालयों के समक्ष प्रदर्शन करने की मामूली घटनाएं हुई.
अनंतपुर कस्बे में सरकारी कार्यालयों पर पथराव की कुछ घटनाएं हुई और पूर्व प्रधानमंत्रियों इंदिरा गांधी तथा राजीव गांधी की प्रतिमाओं को भी क्षतिग्रस्त किए जाने की खबरें मिली हैं. संवेदनशील इलाकों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और राज्य पुलिस को तैनात किया गया है.