केंद्र की मोदी सरकार अपना आधा कार्यकाल पूरा करने को है और कैबिनेट का दो बार विस्तार किया जा चुका है. कैबिनेट फेरबदल में एक तरफ स्मृति ईरानी से मानव संसाधन मंत्रालय छिन गया तो दूसरी तरफ प्रकाश जावड़ेकर को प्रमोशन दिया गया. संदेश साफ है, कि जो काम करेगा वह आगे बढ़ेगा. आइए आपको बताते हैं कि कैबिनेट फेरबदल के जरिए सरकार ने कौन से 10 बड़े संदेश दिए हैं.
1. कम लेकिन लगातार परफॉर्म करने वाले मंत्रियों का ओहदा ऊंचा किया गया.
2. बेतुके बयान देने वाले हाई प्रोफाइल मंत्रियों का डिमोशन हो गया.
3. कैबिनेट फेरबदल से सभी मंत्रियों को यह संदेश दिया गया कि अब काम करने का समय आ गया है. साथ ही मंत्रियों का परफॉर्मेंस ज्यादा मायने रखता है.
4. कैबिनेट बदलाव से पीएम मोदी के सपने की झलक देखने को मिली. जहां वे शिक्षा, ग्रामीण, स्वच्छाता, ब्रॉडबैंड कनेक्टिविट आदि क्षेत्रों में जल्द से जल्द परिणाम चाहते हैं.
5. मोदी सरकार अपना आधा कार्यकाल पूरा करने को है, ऐसे में सरकार महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जल्द बदलाव लाना चाहती है.
6. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और कर्नाटक के राजनीतिक समीकरणों को भी ध्यान में रख कर फेरबदल किया गया.
7. जाति-समुदाय विशेष के प्रतिनिधित्व पर भी ध्यान केंद्रित किया गया.
8. पीएम मोदी ने यह साफ कर दिया कि आखिरकार 'टीम वर्क' ही मायने रखता है. अकेले चलने वाले मंत्रियों को कोई समर्थन नहीं दिया जाएगा.
9. पीएम मोदी ने मंगलवार को कैबिनेट में शामिल होने वाले सभी मंत्रियों को कहा कि उनके पास सेलिब्रेशन के लिए कुछ ही घंटे हैं. इसके बाद वे काम में जुट जाएं. इससे साफ है कि सरकार अब कामचोरी करने वाले मंत्रियों को बख्शने के मूड में नहीं है.
10. पीएम ने नए मंत्रियों के साथ 30 मिनट की बैठक में यह भी साफ किया कि सरकार द्वारा शुरू की गई सभी योजनाओं का जमीनी स्तर पर भी असर दिखे. यानी सिर्फ घोषणाओं से काम नहीं चलेगा.