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चटगांव में तेंदुलकर पर रहेंगी नजरें

भारत और बांग्लादेश की टीमें दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के पहले मैच के लिए जब 17 जनवरी को चटगांव के जोहर अहमद चौधरी स्टेडियम मैदान पर उतरेगी तो सबकी नजरें मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर पर होंगी जो टेस्ट क्रिकेट में 13 हजार रन पूरे करने वाला बल्लेबाज बनने के करीब हैं और इस मैदान पर भारत के एकमात्र मैच में शतक जड़ चुके हैं.

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भारत और बांग्लादेश की टीमें दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के पहले मैच के लिए जब 17 जनवरी को चटगांव के जोहर अहमद चौधरी स्टेडियम मैदान पर उतरेगी तो सबकी नजरें मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर पर होंगी जो टेस्ट क्रिकेट में 13 हजार रन पूरे करने वाला बल्लेबाज बनने के करीब हैं और इस मैदान पर भारत के एकमात्र मैच में शतक जड़ चुके हैं.

आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में चोटी पर चल रही टीम इंडिया को अंतिम पायदान की टीम बांग्लादेश के खिलाफ जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. भारत का पलड़ा इसलिए भी भारी है क्योंकि मेहमान टीम ने हाल में त्रिकोणीय श्रृंखला के दौरान बांग्लादेश को दोनों मैचों में हराया था जबकि मेजबान टीम को अपने इस घरेलू मैदान पर पहली जीत का इंतजार है.

बांग्लादेश ने इस मैदान पर छह मैच खेले हैं जिनमें से पांच में उसे शिकस्त का सामना करना पड़ा. भारत के खिलाफ वह हालांकि यहां खेला गया एकमात्र मैच ड्रॉ कराने में सफल रहा था लेकिन इसका कारण बारिश के कारण लगभग दो दिन का खेल धुल जाना था. अब तब 162 टेस्ट में 43 शतक और 54 अर्धशतक की मदद से 54.72 की बेहतरीन औसत के साथ 12970 रन बनाने वाले तेंदुलकर ने मार्च 2007 में हुए इस मैच में भारत की ओर से पहली पारी में सर्वाधिक 101 रन बनाये थे और अब वह इस मैदान पर 30 रन और बनाकर टेस्ट क्रिकेट में 13 हजार रन पूरे करने के साथ इस मैदान को एक बार फिर यादगार बनाने के लक्ष्य के साथ उतरेंगे. तेंदुलकर ने इस मैदान पर दो पारियों में 66 की औसत से 132 रन बनाये.

भारत और बांग्लादेश के बीच मार्च 2007 में हुए इस मैच में मेहमान टीम ने पहली पारी में बारिश के खलल के बीच आठ विकेट पर 387 रन बनाकर पारी घोषित की थी जिसके जवाब में मेजबान टीम 268 रन पर सिमट गई थी. भारत ने इसके बाद दूसरी पारी छह विकेट पर 100 रन पर घोषित करके बांग्लादेश को 250 रन का लक्ष्य दिया था जो दो विकेट पर 104 रन ही बना पाया था.

भारत की जीत का दारोमदार एक बार तेंदुलकर के अलावा राहुल द्रविड़ और वीवीएल लक्ष्मण की अनुभवी जोड़ी पर होगा. फार्म में चल रही वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर की सलामी जोड़ी से टीम को ढेरो रन बनाने की उम्मीद होगी लेकिन इन दोनों ने इस मैदान पर कभी टेस्ट मैच नहीं खेला है. कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को भी इस मैदान पर खेलने का अनुभव है लेकिन तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ जहीर खान के अलावा अन्य गेंदबाज 17 जनवरी को इस मैदान पर पहली बार कोई टेस्ट खेलने उतरेंगे.

धोनी ने इस मैदान पर 37 और नाबाद 17 रन की पारी खेली थी जबकि जहीर पूरे मैच में केवल एक विकेट चटका पाये थे. जहीर का इस मैदान पर विफल रहना और अन्य गेंदबाजों का यहां की पिच से अंजान होगा हालांकि टीम इंडिया को कुछ हद तक परेशान कर सकता है जिसे यहां से स्वदेश लौटने पर आईसीसी रैंकिंग में दूसरे नंबर की टीम दक्षिण अफ्रीका की दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए मेजबानी करनी है. भारत को अगर आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में अपना शीर्ष स्थान बचाना है तो उसे दक्षिण अफ्रीका को हराना होगा.

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