scorecardresearch
 

VHP की चौरासी कोसी यात्रा को मंजूरी नहीं, फैजाबाद और अयोध्या में धारा 144 लागू

लोकसभा चुनाव की आहट के साथ ही अयोध्या में एक बार फिर सरगर्मी तेज हो गई है. नए बखेड़े की वजह विहिप समर्थित घोषित चौदह कोसी पदयात्रा है. उत्तर प्रदेश की सपा सरकार को लगता है की यात्रा के बहाने बीजेपी राम मंदिर मुद्दा एक बार फिर गरमाने और अशांति फैलाने की कोशिश में है. लिहाजा उत्तर प्रदेश सरकार ने विश्व हिन्दू परिषद (VHP) द्वारा आगामी 25 अगस्त से 13 सितम्बर के बीच प्रस्तावित अयोध्या की चौरासी कोसी यात्रा निकालने की अनुमति देने से इनकार कर दिया.

Advertisement
X
अयोध्या
अयोध्या

लोकसभा चुनाव की आहट के साथ ही अयोध्या में एक बार फिर सरगर्मी तेज हो गई है. नए बखेड़े की वजह विहिप समर्थित घोषित चौदह कोसी पदयात्रा है. उत्तर प्रदेश की सपा सरकार को लगता है की यात्रा के बहाने बीजेपी राम मंदिर मुद्दा एक बार फिर गरमाने और अशांति फैलाने की कोशिश में है. लिहाजा उत्तर प्रदेश सरकार ने विश्व हिन्दू परिषद (VHP) द्वारा आगामी 25 अगस्त से 13 सितम्बर के बीच प्रस्तावित अयोध्या की चौरासी कोसी यात्रा निकालने की अनुमति देने से इनकार कर दिया.

यूपी सरकार के इस  फैसले के बाद फैजाबाद और अयोध्या में धारा 144 लागू कर दिया गया है. फैजाबाद के जिलाधिकारी विपिन कुमार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की.

Advertisement

गृह विभाग के प्रमुख सचिव आर. एम. श्रीवास्तव ने बताया कि चौरासी कोसी यात्रा परम्परागत रूप से चैत्र पूर्णिमा से बैसाख की पूर्णिमा के बीच होती है. उस हिसाब से यह यात्रा 25 अप्रैल से 20 मई के बीच हो चुकी है. ऐसे में VHP की प्रस्तावित यात्रा से एक नयी परम्परा की शुरुआत होती, जिसे अनुचित मानते हुए राज्य सरकार ने इसे निकालने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है.

उन्होंने बताया कि अयोध्या चौरासी कोसी यात्रा छह जिलों फैजाबाद, बाराबंकी, गोंडा, अम्बेडकरनगर, बस्ती और बहराइच से होकर गुजरती है. इन जनपदों के जिलाधिकारियों तथा पुलिस कप्तानों से इस सिलसिले में विचार-विमर्श किया गया था. उन सभी ने इस नयी परम्परा की शुरुआत को अनुचित बताते हुए इस यात्रा को निकालने के आदेश नहीं देने का निर्णय किया था.

Advertisement

श्रीवास्तव ने बताया कि VHP के नेता अशोक सिंघल ने गत 10 अगस्त को प्रदेश सरकार को लिखे पत्र में 25 अगस्त से 13 सितम्बर के बीच चौरासी कोसी यात्रा निकालने की इजाजत मांगी थी. पत्र में उन्होंने कहा था कि वह यह यात्रा इसलिये निकालना चाहते हैं ताकि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो सके.

25 अगस्त से प्रारम्भ होने वाली इस यात्रा के दौरान रास्ते में सभा कर राम मंदिर के लिए यात्रा में शामिल VHP पदाधिकारी और देश भर से आये साधु -संत लोगो से समर्थन मांगेगें. अब यूपी सरकार के फैसले के बाद यात्रा पर ना सिर्फ सियासत शुरू हो गई है बल्कि इसको पूरी ताकत से रोकने की तैयारी भी यूपी सरकार ने शुरू कर दी है. उधर साधु -संत भी पूरी तरह कमर कस कर हर हाल में चौदह कोसी परिकर्मा करने पर अमादा है. जिसके चलते एक बार फिर अयोध्या बेचैन हो उठी है.

Advertisement
Advertisement