कश्मीर घाटी के विभिन्न स्थानों पर आज भी तनाव के कारण कर्फ्यू लगा हुआ है. घाटी में पिछले पांच दिन से तनाव कायम है.
घाटी में कल प्रदर्शनकारियों ने कर्फ्यू की अवहेलना करते हुए पुलिस थानों और सीआरपीएफ शिविरों पर हमला किया, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए गोलियां चलाईं, जिससे सात लोगों की मौत हो गई. घाटी में पिछले शुक्रवार से जारी हिंसा में 22 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लगभग 500 लोग घायल हुए हैं, जिनमें सुरक्षा बलों के लगभग 200 जवान भी शामिल हैं.
प्रदर्शनकारियों ने आज सुबह मस्जिदों में आजादी समर्थक नारे लगाए. स्कूल, दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान आज भी बंद हैं, जबकि सुरक्षा बलों के जवान लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाए हुए हैं.
घाटी में हिंसा की घटनाएं बढ़ने के बीच मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कल यहां एकीकृत कमान की एक बैठक बुलाई और स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न उपायों की समीक्षा की.
प्रदर्शनकारियों ने कल रात श्रीनगर के व्यस्त इलाके जालबागर-नवा बाजार में एक हस्तशिल्प केंद्र में आग लगा दी.
पुलिस ने बताया कि कल देर रात प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस चौकी पर हमला करते हुए उसे जलाने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस की गोलीबारी में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई.