टेरर फंडिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकार ने हुर्रियत नेताओं की संपत्ति जब्त करने का फैसला किया है. लश्कर के आका हाफिज सईद के पैसों से बनाई गई हुर्रियत नेताओं की प्रॉपर्टी जब्त की जाएगी. टेरर फंडिंग मामले में शामिल हुर्रियत के 11 नेता सरकार के निशाने पर हैं. इन नेताओं पर आतंक की फंडिंग के जरिए करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाने का आरोप है. इनमें हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के दामाद का नाम भी शामिल है.
लश्कर के आका हाफिज़ सईद के पैसे से बनाई गई हुर्रियत नेताओं की प्रॉपर्टी पर सरकार शिकंजा कसने जा रही है. इस मामले में शामिल सभी हुर्रियत नेताओं की प्रॉपर्टी अब जब्त की जाएगी. आईएसआई और पाकिस्तान हाई कमीशन दिल्ली के अधिकारियों के जरिए दुबई से हवाला फंडिंग के माध्यम से आतंक की फंडिंग की गई.
सैयद अली शाह गिलानी के दामाद अल्ताफ फंटूश, नईम अहमद खान, फ़ारुख अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे, शहीदुल इस्लाम, पाक में मौजूद हिज्बुल चीफ सैय्यद सलाउद्दीन, अकबर खंडी, राजा मेहराजुद्दीन, पीर सैफुल्ला, ज़हूर अहमद वताली सहित 11 अलगाववादियों की संपत्ति जब्त होगी.
सैयद अली शाह गिलानी के दामाद की हाउस नं.119 HIG ग्रीन पार्क बेमिना रोड की प्रॉपर्टी भी सीज होगी. पाकिस्तान की फंडिंग से हुर्रियत नेताओं ने यह प्रॉपर्टी तैयार की गई है. शहीदुल इस्लाम की मजीब बाग, श्रीनगर की प्रॉपर्टी, फ़ारुख अहमद डार उर्फ़ बिट्टा कराटे की नसीम बाग की प्रॉपर्टी, नईम अहमद खान की इब्राहिम कालोनी, श्रीनगर में मौजूद प्रॉपर्टी जब्त होगी. मोहम्मद अकबर खंडी की मलोरा, नजदीक इस्लाम उल बाना की प्रॉपर्टी, राजा मेहराजुद्दीन कलवल की हमज़ा कालोनी नवगांव की प्रॉपर्टी, हवाला डीलर और व्यापारी ज़हूर वताली की प्रॉपर्टी सरकार जब्त करेगी.
गौरतलब है कि टेरर फंडिंग के मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नसीम गिलानी और मीरवाइज उमर फारुक से पहले पूछताछ भी कर चुकी है. वहीं गृह मंत्रालय के सूत्रों से आजतक को पहले भी जानकारी मिली थी कि हुर्रियत और अलगाववादी नेताओं पर सरकार ने शिकंजा कसने का प्लान तैयार कर लिया है. बता दें कि कश्मीर घाटी में आतंकवाद पर नकेल कसने की पूरी कोशिश सरकार की तरफ से की जा रही है.