टेरर फंडिंग मामले में आरोपियों पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है. फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार जहूर वताली ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं.
जहूर वताली ने एनआईए की पूछताछ में दिल्ली, पंजाब, यूके और दुबई में करोड़ों की प्रॉपर्टी होने का खुलासा किया है. जिसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) जहूर वताली की इन संपत्तियों के हवाला कनेक्शन की जांच कर रही है.
फंडिंग के मिले सबूत
जहूर वताली के खिलाफ एनआईए को कई अहम सबूत मिले हैं. इनमें कश्मीर में अलगाववादियों को फंड करने के भी सबूत शामिल हैं. बताया गया है कि अलगाववादियों तक पैसा पहुंचाने में भी जहूर वताली मदद करता था.
पाक उच्चायुक्त के अधिकारियों का हाथ
इतना ही नहीं ये भी बात सामने आई है कि जहूर वताली को दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायुक्त के अधिकारियों से मदद मिलती थी. एनआईए ने ऐसे पाकिस्तानी अधिकारियों की पहचान की है, जिनसे वताली मुलाकात करता था.
जहूर वताली को पिछले महीने श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया था. वताली अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का बेहद करीबी माना जाता है. फिलहाल, जहूर एनआईए की गिरफ्त में है.
बता दें आजतक ने 'ऑपरेशन हुर्रियत' नाम से एक स्टिंग ऑपरेशन दिखाया था. जिसमें अलगाववादी नेता खुफिया कैमरे पर कश्मीर में टेरर फैलाने के लिए फंडिंग की बात कबूलते नजर आए थे. इसके बाद इस मामले की जांच एनआईए कर रही है. इस संबंध में नईम खान समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जैसे-जैसे इस मामले की जांच आगे बढ़ रही है, इसमें नए-नए खुलासे हो रहे हैं.