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पठानकोट के बाद और रक्षा ठ‍ि‍कानों को निशाना बना सकते हैं पाकिस्तान के आतंकी संगठन

जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन अब भारत के कई दूसरे रक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की तैयारी में हैं. एक टॉप इंटेलीजेंस अध‍िकारी ने बताया कि सैन्य ठिकानों को अब भी हाई अलर्ट पर रखा गया है.

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आतंकियों के निशाने पर रक्षा प्रतिष्ठान
आतंकियों के निशाने पर रक्षा प्रतिष्ठान

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पठानकोट एयरबेस अटैक के बाद भले ही पाकिस्तान ने भारत के दबाव में इस हमले के साजिशकर्ताओं की धरपकड़ शुरू कर दी है, लेकिन आतंकी संगठन अभी शांत नहीं बैठने वाले.

सैन्य ठिकाने हाई अलर्ट पर
सूत्रों ने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन अब भारत के कई दूसरे रक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की तैयारी में हैं. एक टॉप इंटेलीजेंस अध‍िकारी ने बताया कि सैन्य ठिकानों को अब भी हाई अलर्ट पर रखा गया है क्योंकि इंटेलीजेंस इनपुट के मुताबिक रक्षा प्रतिष्ठान आतंकियों के निशाने पर हैं.

गृह मंत्री ने की मीटिंग
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पठानकोट एयरबेस अटैक को लेकर सोमवार को दिल्ली में वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर आंतरिक सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा की थी. नॉर्थ ब्लॉक में गृह मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गुप्तचर ब्यूरो तथा रॉ के प्रमुख और अर्द्धसैनिक बलों के महानिदेशकों ने हिस्सा लिया था.

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पाकिस्तान में हुई पठानकोट हमले की साजिश
पंजाब के पठानकोट में हुए आतंकी हमले के बाद यह साफ हो गया है कि इस हमले की साजिश पाकिस्तान में तैयार की गई थी. भारत ने आतंक के उन आकाओं की पहचान कर चुका है, जो आतंकियों के हैंडलर थे. उन्हें लगातार निर्देश दे रहे थे. इसमें सबसे प्रमुख नाम मौलाना मसूद अजहर का है. इसके अलावा उसके भाई अब्दुल रउफ असगर, मौलाना अशफाक अहमद, हाफिज अब्दुल शकूर और कासिम जान को भी हैंडलर बताया जा रहा है.

रक्षा मंत्री की चेतावनी
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने किसी मुल्क का नाम लिए बिना दुश्मनों को चेतावनी दे दी है. पर्रिकर ने सोमवार को आर्मी डे सेलिब्रेशन में कहा था, 'यदि कोई आपको नुकसान पहुंचाता है, वह भी वही भाषा समझता है. उसे अपने किए का पता तब तक नहीं चलता, जब तक आप उसे उसी दर्द का अहसास नहीं दिलाते.'


पठानकोट हमला: पाकिस्तान ने नहीं माने भारत के दिए सबूत

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