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पाकिस्तान में खुले तौर पर अब भी सक्रीय हैं आतंकी संगठन: रिपोर्ट

एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान में अब भी कट्टरपंथी संगठन खुले तौर पर काम कर रहे हैं. इन कट्टरपंथी संगठनों में भारत विरोधी आतंकी संगठन भी शामिल हैं.

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एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान में अब भी कट्टरपंथी संगठन खुले तौर पर काम कर रहे हैं. इन कट्टरपंथी संगठनों में भारत विरोधी आतंकी संगठन भी शामिल हैं.

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रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जब ओबामा प्रशासन के उच्चाधिकारियों ने टाइम्स स्क्वायर पर नाकाम हमले के लिए तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है. वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है ‘प्रतिबंधित संगठन जैसे, लश्कर-ए-तय्यबा और जैश-ए-मुहम्मद ने नए नामों से संगठन बना लिए हैं और उनकी गतिविधियां भी खुले तौर पर चल रही हैं.

संगठनों के कुछ नेताओं को आतंकी हमले से कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्त में लिया जाता है और बाद में अदालतें उन्हें रिहा कर देती हैं.’ इस बीच अमेरिकी एटॉर्नी जनरल एरिक होल्डर और देश के डिप्टी नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर जॉन ब्रेनन की ओर से भी ऐसे ही वक्तव्य आए हैं. दोनों ने टाइम्स स्क्वायर में हमले के प्रयास के लिए पाकिस्तान तालिबान को जिम्मेदार ठहराया है.

भारत लंबे समय से कहता आया है कि पाकिस्तान लश्कर और जैश जैसे भारत विरोधी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर गंभीर नहीं है, जबकि इनके नेताओं के खिलाफ नयी दिल्ली ने सबूत भी दिए हैं, फिर भी वे खुले घूम रहे हैं. भारत के दावे को पुख्ता करते हुए अखबार ने लिखा है कि भारत विरोधी संगठनों और पंजाब के सुन्नी संगठनों पर लगाम कसी जानी चाहिए. अखबार ने पाकिस्तान के एक चरमपंथ संबंधी स्तंभकार के हवाले से कहा है ‘इन समूहों को छुआ भी नहीं गया है.’ {mospagebreak}

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ब्रेनन ने एक साक्षात्कार में कहा था कि पाकिस्तान में कई आतंकी संगठन काम कर रहे हैं और यह सुनिश्चित किया जाना जरूरी है कि ‘इन्हें पाकिस्तान सरकार की ओर से कोई समर्थन’ नहीं दिया जा रहा. होल्डर ने कहा था कि अमेरिका के पास टाइम्स स्क्वायर मामले में पाकिस्तान तालिबान के शामिल होने के सबूत हैं और पाकिस्तान को इस दिशा में और काम करने की जरूरत है. होल्डर ने कहा था ‘पाकिस्तान की ओर से हमें जो मदद मिल रही है, हम उससे संतुष्ट हैं. क्या हमें उनसे और मदद चाहिए? हां, और हम आने वाले दिनों में उनसे और मदद की मांग करते रहेंगे.’

होल्डर और ब्रेनन दोनों ने कहा था कि जांच से पता चला है कि टाइम्स स्क्वायर पर विस्फोट की साजिश में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का हाथ था. अखबार के अनुसार पाकिस्तान जहां अब भी यह कह रहा है कि वह फैज़ल शहजाद के आतंकी संपर्कों के बारे में पता लगा रहा है, वहीं कुछ सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि उसके निश्चित तौर पर जैश-ए-मुहम्मद के साथ संबंध हैं. नई दिल्ली में रूस के राजदूत एलेग्जेंडर एम कादाकिन ने कहा था कि अफ-पाक सीमा पर अब भी लगभग 40 आतंकी प्रशिक्षण शिविर चल रहे हैं.

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