आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और इंडियन मुजाहिद्दीन एक बार फिर देश में आतंकी हमले की फिराक में हैं. खुफिया एजेंसियों ने आतंकियों के बीच हुई बातचीत को इंटरसेप्ट करके इस बात का खुलासा किया है.
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, आतंकी संगठन के सरगना फोन पर पुलिस एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों की मौत का बदला लेने की बात कह रहे हैं.
गौरतलब कि बीते 4 अप्रैल को तेलंगाना में पुलिस ने सिमी के दो आतंकियों को कथित एनकाउंटर में मार दिया था. ये दोनों आतंकी अबु फैजल मॉड्यूल का हिस्सा थे और अक्टूबर 2013 में मध्य प्रदेश की खंडवा जेल से फरार हुए थे. पिछले साल चेन्नै, पुणे और बंगलुरु में हुए बम धमाकों में इसी मॉड्यूल का हाथ माना जा रहा था. मॉड्यूल के तीन सदस्य अमजद खान, जाकिर हुसैन सादिक और महमूद गुड्डू अभी भी फरार हैं.
एजेंसियों के अनुसार आतंकी संगठन अजीजुद्दीन और मोहम्मद असलम की मौत का बदला लेने के लिए सीरियल ब्लास्ट के जरिए पुलिस पर हमले की योजना बना रहा है. अंग्रेजी अखबार 'टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक, रियाज भटकल ने भारत में अपने साथियों से बात कर सीरियल बम धमाकों के जरिए पुलिस अधिकारियों को निशाना बनाने की बात कही है. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वह अपने साथियों की मौत का 'बदला लेंगे.'
मोदी की रैली में किया था हमला
अधिकारियों ने बताया कि मुजाहिद्दीन और सिमी
जैसे आतंकी संगठन पहले भी धमकी देकर घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. 2013 में
पटना में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान हुई घटना इसका उदाहरण
है. एजेंसियों ने आगाह किया है कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन इन
दो आतंकियों की मौत को एक अवसर के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि
बीते कुछ महीनों में सुरक्षा एजेंसियों ने ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने में
कामयाबी हासिल की है. अब आतंकी संगठनों के सरगना पुराने सदस्यों को इस
बदले के नाम पर फिर से सक्रिय कर रहे हैं.
बता दें कि तेलंगाना में कथित एनकाउंटर में मारे गए सिमी के आतंकी ओडिशा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, यूपी और तेलंगाना में हुई लूट में शामिल थे. बीते साल पुणे में हुए कम तीव्रता के ब्लास्ट से संबंधित फुटेज में भी इन्हीं में से एक आतंकी नजर आया था.