थलसेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने गुरुवार को अधिकारियों और सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में जारी आतंकी हमलों से साबित होता है कि आतंकवादियों को पाकिस्तान का समर्थन मिलना जारी है.
67वें थलसेना दिवस के अवसर पर जनरल दलबीर सुहाग ने दिल्ली छावनी परिसर में आयोजित औपचारिक परेड में सलामी ली. इस परेड में पहली बार महिलाओं का दल भी शामिल था.
जनरल सुहाग ने कहा कि सुरक्षा बलों को कठिनाइयों के बीच जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखना है. उन्होंने कहा कि साइबरस्पेस के जरिए नए तरह के संघर्ष हो सकते हैं, लेकिन इस तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए सेना के पास नया सुरक्षा कवच है.
परेड में मार्च कर रहे सैनिकों की नौ पंक्तियों में महिलाएं पहले स्थान पर थीं. गौरव की भावना से मार्च कर रहे महिलाओं के दल ने वहां पर मौजूद सैनिकों और अधिकारियों के परिजनों को उत्साह से भर दिया और खूब तालियां बटोरीं.
अपने संबोधन में जनरल सिंह ने कहा कि अब युद्ध की प्रकृति में बदलाव आ गया है और सेना ने घटनाक्रमों का जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि सेना ने जम्मू-कश्मीर में बड़ी संख्या में आतंकवादी नेतृत्व का सफाया कर दिया है और राज्य में शांति की दिशा में बदलाव हो रहा है.
जनरल सुहाग ने कहा, 'देश में आतंकी हमलों से यह स्पष्ट है कि आतंकवादियों को सीमा पार से समर्थन मिलना जारी है. हमें जम्मू-कश्मीर में कठिनाइयों के बीच शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखना होगा.' उन्होंने कहा कि मानवाधिकों के हनन के मामलों को सेना गंभीरता से लेगी.
15 जनवरी, 1949 को पहले भारतीय जनरल (फील्ड मार्शल) केएम करियप्पा ने भारत के आखिरी ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ जनरल सर फ्रांसिस बचर से सेना प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली थी. उसके बाद हर साल 15 जनवरी को भारतीय सैन्य दिवस मनाया जाता है.
---इनपुट IANS से