गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के गुरदासपुर में हुए आतंकवादी हमले के तार पाकिस्तान से जुड़े होने की बात कही. उन्होंने कहा, 'नरेंद्र मोदी सरकार देश की सुरक्षा को कमतर करने वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब देगी.'
'GPS आंकड़ों से मिले
संकेत'
गुरदासपुर में हुए आतंकवादी
हमले के बारे में राज्यसभा में दिए बयान में
सिंह ने कहा, ‘जीपीएस आंकड़ों के प्रारंभिक
अध्ययन से संकेत मिलते हैं कि हमलावर
तीन आतंकवादियों ने पाकिस्तान से
गुरदासपुर जिले के तास क्षेत्र से घुसपैठ की.
इसी क्षेत्र से रावी नदी पाकिस्तान में प्रवेश
करती है.’
'रेलवे ट्रैक पर आतंकियों के
बम लगाने का शक'
उन्होंने कहा,
‘आशंका व्यक्त की जा रही है कि इन्हीं
आतंकवादियों ने जम्मू पठानकोट रेल मार्ग
पर दीनानगर और झकोलदी के बीच तलवंडी
गांव के पास पांच आईईडी लगाए. इन्हें बम
निरोधक दस्ते ने मौके पर ही निष्क्रिय कर
दिया. इस स्थान से एक नाइट विजन
उपकरण भी बरामद किया गया.’
गृह मंत्री ने सदस्यों को भरोसा दिलाते हुए कहा, ‘भारत की एकता और अखंडता तथा देश के नागरिकों की सुरक्षा को कमतर करने के देश के दुश्मनों के किसी भी प्रयास का हमारे सुरक्षा बलों द्वारा त्वरित एवं मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
सरकार आतंकवाद से दृढ़ता एवं कड़ाई से निबटने के लिए प्रतिबद्ध है और सीमा पार से चलायी जा रही सभी आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेगी.’
'सेना की वर्दी
पहन आए थे आतंकी'
राजनाथ ने 27
जुलाई की घटना का ब्यौरा देते हुए बताया
कि उस दिन सुबह साढ़े पांच बजे सेना की
वर्दी पहने और भारी हथियारों से लैस तीन
आतंकवादियों ने गुरदासपुर जिले के
दीनानगर के बाहरी क्षेत्र में कमलजीत सिंह
की मारूति कार पर गोलीबारी करते हुए उसे
अपने कब्जे में ले लिया.
इसके बाद आतंकवादियों ने दीनानगर बस स्टेंड पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं. उन्होंने बामियाल जा रही पंजाब रोडवेज की एक बस को भी अपना निशाना बनाया. उन्होंने बताया कि इसके बाद आतंकवादी दीनानगर पुलिस थाने में घुस गए और फायरिंग की.