इंडियन प्रीमियर लीग में कोच्चि विवाद पर चुप्पी तोड़ते हुए सुनंदा पुष्कर ने बुधवार को अपने दोस्त शशि थरूर का समर्थन करते हुए केंद्रीय मंत्री को सिद्धांतवादी व्यक्ति करार किया और साथ ही उन आरोपों को भी खारिज किया कि वह उनकी तरफ से आईपीएल में अगुवाई कर रही हैं.
सुनंदा ने थरूर के सामने परेशानी खड़ी करने के लिये मीडिया की आलोचना की क्योंकि इससे वह भ्रष्ट व्यक्ति लग रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘शशि बहुत ईमानदार और अच्छे इंसान हैं. वह सिद्धांतवादी हैं. मीडिया के ट्रायल से मुझे दुख होता है.’
साथ ही उन्होंने कहा कि वह भी मीडिया में ऐसी शख्सियत बन गयी हैं, जिनके बारे में गलत बातें बतायी जा रही हैं. मीडिया में दिखाया जा रहा है कि वह मंत्री की करीबी हैं और थरूर उनसे शादी की योजना बना रहे हैं. सुनंदा ने इस संबंध में थरूर की छवि को बदनाम करने की कोशिश के लिये मीडिया को लताड़ते हुए कहा कि यह उनके लिये बतौर महिला और एक दोस्त होने के नाते अपमानजनक है.
सुनंदा ने उन आरोपों से भी इनकार किया कि उन्हें थरूर की करीबी होने के नाते आईपीएल फ्रेंचाइजी से भेंट स्वरूप 69 करोड़ रुपये की इक्विटी दी गयी. उन्होंने कहा, ‘आप लोग यह बात क्यों नहीं स्वीकार कर पा रहे हैं कि मैं एक व्यवसायी महिला हूं. मैं आईपीएल से जुड़ना चाहती थी और मैंने इससे पहले कोलकाता नाइटराइडर्स से जुड़ने की भी कोशिश की थी.’
सुनंदा ने कहा, ‘मैं कोच्चि फ्रेंचाइजी को अपनी सेवायें दे रही हूं. मैंने उन्हें आईपीएल खरीदने का सुझाव दिया. मैं उन्हें प्रबंधन और ब्रांड में भी सलाह दे रही हूं, इसलिये मुझे मेरे पसीने यानी कमाई की इक्विटी मिली है. यह अब सिर्फ पेपर पर है. मुझे अभी यह मिली नहीं है.’
उन्होंने कहा, ‘और ये सब रिपोर्टें कि मुझे 18 प्रतिशत की इक्विटी मिली हैं, इससे मुझे हंसी आती है. यह इससे काफी काफी कम है, लेकिन मैं यह प्रतिशत नहीं बता सकती क्योंकि मैं विश्वसनीयता के बारे में अन्य लोगों से प्रतिबद्ध हूं.’ सुनंदा ने कहा कि उन्होंने पिछले साल प्रबंधन और ब्रांड के साथ कुछ आइडिया के साथ केकेआर से भी पेशकश की थी, लेकिन यह टूर्नामेंट दक्षिण अफ्रीका चला गया.