मुंबई में 22 साल की ट्रेनी फोटो पत्रकार से गैंगरेप का सबसे पहले गिरफ्तार हुआ आरोपी नाबालिग बताया जा रहा है. सूत्रों की मानें तो उसकी उम्र 16 साल है और वह धोबी घाट की एक झुग्गी में अपनी दादी और भाइयों के साथ रहता है. उसके माता-पिता इस दुनिया में नहीं हैं.
कसाइयों के साथ काम करता था
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी रात 10 बजे पाव भाजी लेकर धोबी घाट में अपने घर पहुंचा. वह कभी-कभी कसाइयों के साथ काम करके थोड़ा-बहुत पैसा कमा लेता था. तीन घंटे पहले उसने जो शर्मनाक अपराध किया था, उस बारे में उसने किसी को पता नहीं लगने दिया. उसने दादी और भाई के साथ खाना खाया और सो गया.
शुक्रवार सुबह 10 बजे, उसके फोन की घंटी बजी. पड़ोस में रहने वाले दोस्त का फोन था. उसने धोबी घाट के 5 नंबर गेट पर उसे मिलने बुलाया. उस वक्त आरोपी ने शराब पी रखी थी. नशे की हालत में वह करीब एक किलोमीटर चलकर पहुंचा, तो वहां मुंबई पुलिस के अधिकारी उसका इंतजार कर रहे थे.
सब शराबी और ड्रग एडिक्ट थे
एक पड़ोसी ने बताया कि आरोपी और उसके भाई शाम होने के बाद ही घर से निकलते थे. इसलिए इलाके में उन्हें 'रात के बादशाह' कहा जाता था. उन्होंने बताया कि कुछ ही दिन पहले उन्हें चोरी के आरोप में रेलवे पुलिस ने पकड़ा था.
आरोपी और उसके दोस्तों में से ज्यादातर ड्रग एडिक्ट और शराबी हैं. वे झोपड़पट्टी के पास फिश मार्केट में ही ज्यादा रहते थे और अकसर शक्ति मिल्स जाया करते थे. पड़ोसी ने बताया, 'शक्ति मिल्स इनके जैसे लोगों के लिए बड़ी अनुकूल जगह है. सब वहां जाकर बदमाशी करते हैं.'
दादी ने जाने से रोका था
लड़के की दादी ने बताया कि घटना के दिन जब मुख्य आरोपी बताए जा रहे शख्स का फोन आया, तो उसने अपने पोते को वहां जाने से बहुत रोका. दादी के मुताबिक, 'शाम 5:30 बजे जब हम दोनों अपने घर के बाहर नींबू बेच रहे थे, उसे फोन आया. उसने कहा कि वह जा रहा है. मैं उसकी बुरी संगत के बारे में जानती थी. मैंने जाने से मना किया, पर वह नहीं माना. '