दिल्ली के दीपक भारद्वाज हत्याकांड में पंद्रहवें दिन पुलिस ने जो खुलासा किया है वो चौंकाने वाला है. दिल्ली के बेहद अमीर नेता दीपक भारद्वाज की हत्या का आरोप किसी और पर नहीं बल्कि उनके अपने ही छोटे बेटे नितेश पर लगा है, जिसने पिता को ठिकाने लगाने के लिए 5 करोड़ की सुपारी दी थी और 50 लाख रुपये एडवांस दिए थे.
सगे बेटे ने दी सुपारी
दिल्ली में बीएसपी नेता और अरबपति कारोबारी दीपक भारद्वाज की हत्या किसने और क्यों कराई? इस सवाल का जवाब पाने के लिए दिल्ली पुलिस ने भारद्वाज के तमाम अवैध रिश्ते खंगाल डाले. लेकिन अंत में आरोपों की सूई जिसपर जाकर टिकी वो रिश्ता सौ फीसदी सच्चा और वैध निकला. दीपक भारद्वाज का अपना छोटा बेटा नितेश भारद्वाज, जिसपर आरोप है अपने पिता की हत्या के लिए देश की सबसे महंगी सुपारी देने का.
अब तक की सबसे बड़ी सुपारी
आरोप है कि अपने पिता की हत्या कराने के लिए नितेश ने अपने वकील दोस्त बलजीत सहरावत और नीरज से मुलाकात की और पांच करोड़ रुपये की सुपारी दे दी. इन दोनों ने महंत प्रतिभानंद से संपर्क साधा और सुपारी तीन करोड़ में आगे बढ़ा दी. महंत ने शूटर पुरुषोत्तम से संपर्क साधा और एक करोड़ में हत्या करने की सुपारी दे दी. पुरुषोत्तम ने चार दोस्तों को 30 लाख में सुपारी मिलने की बात बताई.
इसके बाद जो कुछ हआ वो दीपक भारद्वाज के फार्म हाउस में लगे सीसीटीवी में कैद हैं. पुलिस ने इस फुटेज के आधार पर शूटर और उसके साथियों को पकड़ा. शूटर से महंत का पता चला जो भारद्वाज हत्याकांड की एक मात्र गायब कड़ी बताया जा रहा है. पुलिस की पूछताछ में भारद्वाज का बेटा टूट चुका है और सारे आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. पुलिस की जांच में दीपक भारद्वाज के अपने ही खून पर खून करने का इल्जाम लगा है. लेकिन सूत्रों की मानें तो दीपक भारद्वाज के बेटे का खून खौलने के पीछे भी एक कहानी है जो उसने पुलिस को पूछताछ में बताई है.
पिता के व्यवहार से दुखी था नितेश
नितेश भारद्वाज अपने पिता के परिवार के प्रति व्यवहार से दुखी था. परिवार के फार्महाउस जाने पर पाबंदी थी. परिवार को दीपक भारद्वाज ने द्वारका में फ्लैट और शिक्षा भारती स्कूल दे रखा था. नितेश की मानें तो दीपक खुद से 35 साल छोटी उम्र की महिला के संपर्क में थे और बेटे को शक था कि उसका पिता उस महिला को सारी जायदाद सौंप देगा. लिहाजा नाजायज रिश्ते से प्रॉपर्टी बचाने के लिए बेटे ने पिता को मौत के घाट सुलाने का रास्ता चुन लिया.
नितेश ने रची फूल प्रूफ साजिश
पुलिस सूत्रों के मुताबिक नितेश ने अपने पिता को ठिकाने लगाने के लिए फूल प्रूफ साजिश रची थी लेकिन सारी कलई खुल गई. दीपक भारद्वाज की हत्या के बाद महंत प्रतिभानंद पुलिस की पकड़ से दूर विदेश भाग जाना चाहता था जिसके लिए उसने बाकायदा पासपोर्ट का आवेदन कर रखा था. लेकिन पासपोर्ट नहीं बन सका और उसकी सारी साजिश पर पानी फिर गया.
फिलहाल महंत को छोड़कर साजिश में शामिल हर शख्स पुलिस की गिरफ्त में है. लेकिन भारद्वाज हत्याकांड में सस्पेंस अभी भी बाकी है. पुलिस ने बलजीत के पास से भारी रकम बरामद की है और झज्झर में नहर से देशी कट्टा भी बरामद किया है. लेकिन नितेश की कहानी की सच्चाई का पता लगाना अभी बाकी है.