कश्मीर घाटी लगातार बर्फ़ीले तूफ़ान का क़हर झेल रही है. गुलमर्ग और तंगधार के बाद अब अनंतनाग़ में तबाही का अंदेशा है. प्रशासन ने अनंतनाग ज़िले के काज़ीगुंड के पास कई गांवों को ख़ाली कराने का फ़ैसला किया है. लेकिन लोग अपने घरों को छोड़ने के लिए राज़ी नहीं हैं.
आसमान से बरसती इस आफ़त को देखकर लोग सहमे हुए हैं. तूफ़ानी हवाओं के साथ झर-झर झरती बर्फ़... कोई दरख़्त का सहारा लेना चाहता है, कोई चट्टान की आड़ में छुप कर बैठा है. ऊपर से बर्फ़ीले तूफ़ान का ख़तरा, और इलाका छोड़ने की सरकारी चेतावनी.
क़ाजीगुंड का ये इलाका पहाड़ों के भीतर इस कदर घिरा है कि यहां तक पहुंचना मुश्किल है. गुलमर्ग और तंगधार में बर्फ़ीला तूफ़ान सेना के 21 जवानों की जान ले चुका है. अब ख़तरा काजीगुंड की तरफ़ मुंह
कर सकता है. जम्मू-श्रीनगर हाईवे भारी बर्फ़बारी से पहले ही बंद पड़ा है. ऊपर से मौसम विभाग का कहना है कि मौसम का ये ग़ुस्सा अभी चंद रोज़ और जारी रह सकता है.