गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में राजपथ को दुल्हन की तरह सजाया गया है. इंडिया गेट पर पीएम औऱ रक्षा मंत्री के अलावा सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों ने अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने राष्ट्रध्वज फहराया.
राजपथ पर देश की सामरिक औऱ सांस्कृतिक तरक्की की झलक का दिखाई दी . इस मौके पर दिल्ली में राजपथ पर देश के फौजी दमखम की शानदार नुमाइश की गई. इस परेड में सेना की अलग अलग रेजीमेंट्स ने हिस्सा लिया. साथ ही आधुनिक टैंकों औऱ हथियारों का प्रदर्शन किया गया. सेना की सुप्रीम कमांडर औऱ राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने परेड की सलामी ली.
परेड को देखने के लिए तमाम आला हस्तियां मौजूद थीं. इस बार गणतंत्र दिवस पर चीफ गेस्ट दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली म्यूंग-बाक थे. परेड के मौके पर मौजूद आला हस्तियों में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह औऱ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल हैं. लेकिन कोहरे की वजह से गणतंत्र के जलसे में थोड़ा खलल पड़ा है.
लश्कर तथा अन्य आतंकी समूहों के खतरे की खुफिया जानकारी के बाद दिल्ली तथा अन्य राज्यों की राजधानी में स्थित रक्षा ठिकानों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. जमीन से आसमान में मार करने वाले सभी उपकरणों को तैनात कर दिया गया है ताकि गणतंत्र दिवस समारोह में व्यवधान डालने वाले किसी भी प्रयास को विफल किया जा सके.
राजधानी के चारों ओर सुरक्षा का कड़ा बनाया गया है जिसमें लगभाग 15000 पुलिस तथा अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया गय़ा है. जो परेड समारोह के 7 किलोमीटर के क्षेत्र पर कड़ी निगरनी रखेंगे. कुछ क्षेत्रों में एंटी एयरक्राफ्ट गन भी तैनात किए गए हैं.
सुरक्षा का यह कड़ा बंदोबस्त खुफिया जानकोरी के मद्देनजर किया गया है.जिसमें पाक स्थित लश्कर-ए-तैयबा कों 50 पैरा ग्लाइडिंग उपकरण मिलने भी शामिल है. माना जा रहा है कि वो इसके जरिए हवाई हमला कर सकते हैं.
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों तथा उत्तर-पूर्व में कुछ आतंकी संगठनों द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह का बहिष्कार किए जाने की घोषणा के बाद सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है.