शुचिता की राजनीति करने का दावा करने वाली आप आदमी पार्टी गलत वजहों से चर्चा में है. पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन पर स्याही बीजेपी के लोगों ने फिंकवाई. अरविंद ने यह भी कहा कि कुछ बीच के लोग अन्ना से उनकी बात नहीं होने देते.
हालांकि सोमवार को AAP नेता कुमार विश्वास रालेगण सिद्धि जाकर अन्ना से मिल आए. मुलाकात के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी से जुड़े लोगों ने AAP के नाम से अन्ना की तस्वीर वाले फर्जी पोस्टर छपवाए हैं, जिससे यह सारा कंफ्यूजन फैला है.
उधर, अन्ना ने कहा है कि उन्हें नहीं पता था कि अरविंद उनसे बात करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'लेकिन आप को मेरे नाम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. मैं किसी पार्टी के लिए प्रचार नहीं करूंगा. यह कहना गलत है कि अरविंद को चिट्ठी लिखकर सवाल पूछने के लिए मुझे किसी ने उकसाया है.'
गौरतलब है कि सोमवार को नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नचिकेता नाम के एक शख्स ने केजरीवाल पर पेपर और काली स्याही फेंक दी थी. स्याही फेंकने वाला शख्स खुद को अन्ना समर्थक और महाराष्ट्र में बीजेपी का कार्यकर्ता बता रहा है.
'राह भटका हुआ नौजवान है वो'
मंगलवार सुबह केजरीवाल ने कहा, 'जो कुछ हो रहा है, वह सबके सामने है. जनता ही फैसला करेगी.' केजरीवाल ने कहा कि उन पर और दूसरे आप नेताओं पर स्याही फेंकने वाला शख्स एक राह भटका हुआ नौजवान था. उन्होंने कहा, 'हमारी उससे दुश्मनी नहीं है, उन ताकतों से है जिन्होंने उसको भेजा था. ये वही ताकते हैं जिन्होंने 2जी, लोहा, कोयला लूट लिया.'
कुमार भी गए थे अन्ना से मिलने
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि उन्हें अन्ना से बात नहीं करने दी जा रही. उन्होंने बताया, 'कल कुमार विश्वास अन्ना से मिलने गए थे. मैंने भी अन्ना से कई बार बात करने की कोशिश की. लेकिन बीच के लोग मुझे उनसे बात करने नहीं दे रहे.'
सही तरह से पैसा कमाने वाले अमीर भी हैं आम आदमी
करोड़पति उम्मीदवारों के सवाल पर केजरीवाल ने कहा, 'कोई गरीब हो या अमीर, अगर उसने सही तरीके से पैसा कमाया है तो वह आम आदमी है. ' उन्होंने कहा कि सोमवार को हुई घटना के बाद भी उन्हें सुरक्षा की जरूरत नहीं है. गौरतलब है कि बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने AAP को 'अमीर आदमी पार्टी' बताया था.
अन्ना से मिले कुमार विश्वास
कुमार विश्वास ने बताया कि सोमवार को वह अन्ना से मिले थे. जब कुमार ने अन्ना को बताया कि बीच के लोग आम आदमी पार्टी के लोगों को उनसे बात नहीं करने देते, तो इस पर अन्ना ने अनभिज्ञता जाहिर की. अन्ना को यह सुनकर हैरत हुई. उन्होंने अपने सेवकों को बुलाकर कहा कि दोबारा फोन आए तो बात कराना.
'सो गया था अन्ना-अरविंद की बात न करवाने वाला शख्स'
चिट्ठी लिखने की नौबत कैसे आ गई, पूछने पर कुमार विश्वास ने बताया, 'अन्ना ने बताया कि जब मैंने अरविंद से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की तो मेरे परिचरों ने कहा कि वह व्यस्त हैं. जबकि सच तो यह है कि अरविंद खुद बात करना जा रहे थे. हम सोच रहे थे कि हमारी सरकार बनने के एक महीने बाद अगर हम जनलोकपाल नहीं बनवा पाए, तो अग्रिम इस्तीफा अन्ना के पास जमा करवा दिया जाए. जो परिचर इसके लिए जिम्मेदार था, अन्ना ने उसे बुलवाया तो पता चला कि वह सो गया है. मुझे आश्चर्य हुआ कि कोई आदमी रात 8:30 बजे कैसे सो सकता है.'
अन्ना की तस्वीर वाले फर्जी पोस्टर छपवा रही है BJP: कुमार
कुमार विश्वास ने बीजेपी के लोगों पर अन्ना की तस्वीर वाले आम आदमी पार्टी के फर्जी पोस्टर छपवाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'अन्ना ने मुझे कुछ पोस्टर दिखाए. वहां हमारे तीन-चार बड़े प्रत्याशियों के पोस्टर थे. उन पर अन्ना की फोटो भी लगी हुई थी. लिखा था कि अन्ना AAP को वोट देने की अपील कर रहे हैं. जबकि ऐसा किसी भी प्रकार का पोस्टर आम आदमी पार्टी ने नहीं छपवाया है. अन्ना ने बताया कि उन्हें ये पोस्टर दिल्ली के कुछ लोग आकर दे गए हैं. साफ पता चल रहा है कि बीजेपी के लोग हैं. अन्ना की जनसंदेश यात्रा में संतोष भारतीय, वीके सिंह या और जो भी लोग शामिल थे, उनका बीजेपी के लिए सॉफ्ट कॉर्नर है. आप संतोष भारतीय और उनके ऑफिस के लोगों के ट्वीट देखिए. वे मोदी के प्रशंसक और अरविंद के आलोचक हैं. '
वह हमें अपने मैदान में खींचना चाहते हैं: कुमार
कुमार विश्वास ने बताया कि जब उन्होंने अन्ना से उन फर्जी पोस्टरों की कॉपी मांगी तो उन्होंने मना कर दिया. कुमार के मुताबिक, अन्ना ने कहा कि बात खत्म हो गई, रहने दीजिए.
जब कुमार विश्वास से पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी फर्जी पोस्टरों के खिलाफ पुलिस में शिकायत करेगी तो उन्होंने कहा कि राजनीतिक ताकतों की हार का कारण यह है कि हमने हमेशा अपने मैदान में ही लड़ाई लड़ी. इन्होंने कोशिश की कि ये हमें अपने मैदान में ले आएं. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हमने पिछले कई मामलों में भी पुलिस में शिकायत नहीं की है. हम चाहते हैं कि देश को पता होना चाहिए कि सत्य की राह में बाधाएं कितनी हैं.