संसद के शीतकालीन सत्र से पहले मंत्रिमंडल में फेरबदल कर इसे और युवा बनाने का संकेत दे चुके प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अब इसमें अड़चनों का आभास हो रहा है.
प्रधानमंत्री ने बुधवार को अपने आवास पर इफ्तार की दावत के दौरान इस बारे में कहा ‘मैंने कहा था कि कोशिश करूंगा. मैंने यह नहीं कहा था कि मैं करने ही वाला हूं. इसमें कई अड़चने हैं.’ इफ्तार की दावत में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, संप्रग और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, माकपा नेता सीताराम येचुरी, भाकपा नेता डी राजा, लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान, रालोद प्रमुख अजित सिंह के साथ ही मंत्रिमंडल के अनेक सदस्य और विदेशी राजनयिक शामिल थे.
पत्रकारों के साथ बातचीत में महंगाई का जिक्र आने पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह कम हो रही है. आने वाले महीनों में यह और कम होगी.’ महंगाई कब तक पूरी तरह से काबू में आ पायेगी, इस सवाल पर उनका जवाब था, ‘मैं कोई ज्योतिषी नहीं हूं.’ ओएनजीसी जैसे सार्वजनिक उपक्रमों में विनिवेश के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा ‘यह सतत प्रक्रिया है. किस किस कंपनी का विनिवेश होगा यह मुझे पता नहीं है. हमारे पास सक्षम वित्त मंत्री (प्रणव मुखर्जी) हैं और वे इसे देख रहे हैं.’