राष्ट्रमंडल खेल की मेजबानी की दहलीज पर खड़ी दिल्ली को विश्व स्तरीय बनाये जाने की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के दावे की पोल महज 90 मिनट की बारिश से खुल सकती है, जबकि नागरिक एजेंसियांे को एक दूसरे दोषारोपण कर रही हैं.
इस हफ्ते भारी बारिश से दिल्ली में कई बड़े पैमाने पर जलजमाव और टैफ्रिक जाम जैसी कई समस्याओं का खुलासा हुआ. इन समस्याओं की वजह से राजधानी की रफ्तार भी थम गई, जबकि राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिये सिर्फ दो महीने का समय बचा हुआ है.
प्रत्येक मानसून के दौरान दिल्ली में जलजमाव की समस्या उभर कर सामने आने के बावजूद विभिन्न नागरिक एजेंसियां और प्राधिकरण द्वारा इनके समाधान के लिये प्रभावी कार्रवाई करना अभी बाकी है और इन समस्याओं के लिये वे एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते हैं.
दिल्ली की कांग्रेस सरकार का कहना है कि यह भाजपा नियंत्रित नगर निगम की जिम्मेदारी है और तैयारी की वजह से जलजमाव और इससे जुड़ी अन्य समस्याएं हो रही हैं.