scorecardresearch
 

रोचक है मुरली के कीर्तिमान तक की कहानी

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज फ्रेड ट्रूमैन ने जब पहली बार टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट लिये थे तो उन्हें लगा था कि इस मुकाम पर पहुंचना किसी भी अन्य गेंदबाज के लिये मुश्किल होगा लेकिन मुथैया मुरलीधरन उन्हें मीलों पीछे छोड़कर 800 विकेट के जादुई अंक को छूकर नया इतिहास रचा.

Advertisement
X

Advertisement

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज फ्रेड ट्रूमैन ने जब पहली बार टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट लिये थे तो उन्हें लगा था कि इस मुकाम पर पहुंचना किसी भी अन्य गेंदबाज के लिये मुश्किल होगा लेकिन मुथैया मुरलीधरन उन्हें मीलों पीछे छोड़कर 800 विकेट के जादुई अंक को छूकर नया इतिहास रचा.

ट्रूमैन ने 300 विकेट पूरे करने के बाद कहा था, ‘‘कोई भी गेंदबाज यहां पहुंचने तक बहुत थक जाएगा.’’ तब वह सही थे क्योंकि 1877 के बाद शुरू हुएटेस्ट क्रिकेट में किसी भी गेंदबाज के लिये 100 विकेट तक पहुंचना किसी ख्वाब के पूरे हो जाने से कम नहीं था. ट्रूमैन का रिकार्ड हालांकि 1976 में टूट गया और उसके बाद कई गेंदबाज 300 ही नहीं 400 के पार पहुंचे और मुरलीधरन ने अब उनके सामने एक नया मुकाम खड़ा कर दिया है.मुरलीधरन पिछले 18 साल से टेस्ट मैच खेल रहे हैं और संयोग से उन्होंने अपने अंतिम टेस्ट मैच में इस जादुई संख्या को छुआ. टेस्ट मैचों में विकेटों की यह जादुई शुरुआत इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के बीच 1877 में खेले गये मैच से शुरू हो गयी थी. {mospagebreak}वह 15 मार्च 1877 का दिन था जब इंग्लैंड के एलेन हिल ने आस्ट्रेलिया के नैट थामसन को आउट करके टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजों के बीच एक दूसरे से आगे बढ़ने और एक नये मुकाम तक पहुंचने की होड़ शुरू की थी.इसके लगभग 20 साल बाद इंग्लैंड के जानी ब्रिग्स 100 विकेट लेने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बने. उन्होंने अपने कैरियर में 33 टेस्ट में 118 विकेट लेकर नया रिकार्ड बनाया था.टेस्ट क्रिकेट में पहली बार 200 विकेट लेने का कीर्तिमान आस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर क्लेरी ग्रिमेट ने बनाया. न्यूजीलैंड में जन्मा यह स्पिनर 1914 में छुट्टियां मनाने के लिये आस्ट्रेलिया गया था और वहीं का होकर रह गया. उन्होंने अपने कैरियर में 37 टेस्ट मैच में 216 विकेट लिये.ग्रिमेट का रिकार्ड 1953 में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज एलेक बेडसर ने तोड़ा जबकि इंग्लैंड के ब्रायन स्टैथम ने 1963 में अपने हमवतन गेंदबाज के रिकार्ड को अपने नाम किया, लेकिन इन दोनों में से कोई भी 300 विकेट के मुकाम पर नहीं पहुंच पाया जिसे तब बहुत ही मुश्किल आंकड़ा माना जाता था.फ्रेड ट्रूमैन ने मार्च 1963 में स्टैथम का रिकार्ड तोड़ा और इसके दो साल बाद वह 300 विकेट के जादुई अंक को छूने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बन गये. उनके बाद इस मुकाम पर पहुंचने वाले दूसरे गेंदबाज वेस्टइंडीज के स्पिनर लांस गिब्स थे जिन्होंने 1976 में ट्रूमैन का रिकार्ड तोड़ा था.आस्ट्रेलिया के डेनिस लिली भी इसके पांच साल बाद 300 विकेट लेने का कारनामा दिखाया और अपना रिकार्ड 355 विकेट तक पहुंचा दिया. इंग्लैंड के इयान बाथम ने 1986 में उनके रिकार्ड को भंग किया लेकिन उनके विकेटों की संख्या 102 टेस्ट मैच में 383 पर थम गयी. {mospagebreak}

वेस्टइंडीज के कर्टनी वाल्स ने भी ट्रूमैन को गलत साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, क्योंकि वह भी ट्रूमैन की तरह तेज गेंदबाज थे लेकिन सबसे पहले 500 टेस्ट विकेट लेने का कारनामा उन्होंने ही दिखाया था. वाल्स ने 17 मार्च 2001 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पोर्ट स्पेन में यह संख्या छुई और कुल 132 टेस्ट मैच में 519 विकेट लिये.

Advertisement

वाल्स के इस रिकार्ड को 2004 में मुरलीधरन ने तोड़ा जिसके कुछ दिन बाद ही शेन वार्न ने इसे अपने नाम कर दिया. आस्ट्रेलिया के इस दिग्गज लेग स्पिनर ने सबसे पहले 600 और 700 टेस्ट विकेट लेने का कीतिमान बनाया. उन्होंने अगस्त 2005 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में 600 विकेट और इसके बाद 26 दिसंबर 2006 को मेलबर्न में इंग्लैंड के पाल कोलिंगवुड को आउट करके 700वां विकेट लिया. वार्न ने 145 मैच 708 विकेट लिये.

मुरलीधरन ने अपने 116वें मैच 2007-08 में कैंडी में इंग्लैंड के खिलाफ उनका यह रिकार्ड तोड़ा और अब 800 विकेट तक पहुंचने में सफल रहे जहां तक पहुंचना फिलहाल किसी भी अन्य गेंदबाज के बूते में नहीं दिख रहा है.

Advertisement
Advertisement