आतिशबाजी और भव्य आयोजन के बीच सोमवार को विश्व की सबसे उंची इमारत ‘बुर्ज दुबई’ आम लोगों के लिए खोल दी गई. गल्फ अमीरात को उम्मीद है कि ऋण संकट की वजह से धूमिल हुई दुबई की छवि इस इमारत से सुधरेगी.
बुर्ज दुबई को डेढ़ अरब डालर की लागत से तैयार किया गया जिसमें शिल्प का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है. दुबई के शाह शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मखतूम ने इस इमारत की उंचाई की गोपनीयता पर से पर्दा उठाया. बुर्ज दुबई इमारत में इस्पात और शीशे से बने टावर को शेख मोहम्मद ने उद्घाटन किया. मखतूम को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इमारत की चोटी पर ले जाया गया. दुनिया की इस सबसे उंची इमारत के उद्घाटन के साथ इसकी उंचाई के बारे में खुलासा किया गया और यह टावर 818 मीटर (2,684 फुट) उंचा है.
इससे पहले ताइवान के 101 मंजिला ताइपे टावर को दुनिया की सबसे उंची इमारत का रुतबा हासिल था. इस इमारत के निर्माण में भारत का भी अहम योगदान है क्योंकि बड़ी संख्या में भारतीय श्रमिकों ने इसके निर्माण में योगदान दिया.
अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने इस अवसर पर शेख मोहम्मद को एक विशेष संदेश भेजकर दुनिया की सबसे उंची इमारत के उद्घाटन पर उन्हें बधाई दी. अपने संदेश में क्लिंटन ने कहा कि हमारी वैश्विक अर्थव्यवस्था में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए आपके प्रयास काफी महत्वपूर्ण हैं. टिकाउ विकास के लिए आपकी प्रतिबद्धता की हम प्रशंसा करते हैं. यह सबसे अधिक गति वाले मोबाइल ब्रांडबैंड एचएसपीए प्लस की सुविधा वाला पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका में पहला टावर बन गया है.
यूएई की दूरसंचार कंपनी एतिसलात ने घोषणा की कि उसने बुर्ज दुबई और इसके आसपास के इलाकों को कवरेज प्रदान करने के लिए एचएसपीए प्लस 3.5 जी प्रौद्योगिकी पेश की है. खाड़ी देशों की सबसे बड़ी रीयल एस्टेट कंपनी एमार प्रापर्टीज ने इस इमारत का निर्माण किया है. कंपनी ने कहा कि टावर के 200 फ्लोर्स में से केवल 160 फ्लोर्स पर कब्जा दिया जाएगा, जबकि शेष 40 फ्लोर्स सेवाओं के लिए छोड़े जाएंगे. टावर में 1,044 अपार्टमेंट होंगे और 49 फ्लोर कार्यालय के लिए होंगे जिन पर 57 हाई.स्पीड लिफ्ट से पहुंचा जा सकेगा. इस इमारत का 90 फीसद हिस्सा पहले ही बिक चुका है और प्रत्येक फ्लोर को 90 लाख डालर में बेचा गया है.
विश्व की इस सबसे उंची इमारत पर 2004 में काम शुरू हुआ था और हर तीन महीने में एक फ्लोर तैयार किए गए. इमारत पर 14,000 श्रमिकों ने काम किया जिनमें से आधे से अधिक श्रमिक भारत के थे.
एमार प्रापर्टीज के चेयरमैन मोहम्मद अलब्बर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बुर्ज दुबई का खोले जाने का 2010 की पहली तीन तिमाहियों में सकारात्मक असर देखने को मिलेगा. इमारत में दुबई फाउंटेन 275 मीटर उंचाई तक फव्वारा छोड़ने में सक्षम है. बुर्ज दुबई में भारतीय व्यवसायी और एनएमसी ग्रुप के प्रबंध निदेशक बी.आर. शेट्टी ने भी जगह बुक कराई है और उनका दफ्तर 100वें मंजिला पर होगा.