भारतीय बल्लेबाजों के बेहद लचर प्रदर्शन के बावजूद युवा बल्लेबाज सौरभ तिवारी को लगता है कि यहां चल रही त्रिकोणीय एकदिवसीय क्रिकेट श्रृंखला के दौरान फिर से टूरिस्ट की भूमिका निभाकर ही स्वदेश लौटना होगा. सिर्फ तिवारी ही क्यों स्पिनर आर अश्विन को भी टीम प्रबंधन ने कोई मौका नहीं दिया जबकि वह निचले क्रम में अच्छी बल्लेबाजी भी कर सकते थे.
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के राज्य झारखंड के रहने वाले तिवारी के साथ ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है. वह इस साल जून में जब भारत ‘ए’ टीम के साथ इंग्लैंड दौरे पर गये थे तब उन्हें एशिया कप टीम में शामिल किया गया. तिवारी को लग रहा था कि उन्हें युवराज सिंह की जगह टीम में लिया गया है और उन्हें अंतिम एकादश में जगह बनाने की उम्मीद भी थी.
तिवारी ने तब कहा था, ‘भारत की तरफ से खेलने का मेरा सपना सच होने जा रहा है. मुझे लगता है कि मुझे युवराज की जगह चुना जाएगा इसलिए दबाव रहेगा.’ इस 20 वर्षीय युवा बल्लेबाज का सपना हालांकि अब तक भी पूरा नहीं हो पाया है. एशिया कप में भी उन्हें अंतिम एकादश में जगह बनाने का मौका नहीं मिला था. अब त्रिकोणीय श्रृंखला में भी वह मैच खेलने की बाट ही जोहते रहे.
सबसे अहम तथ्य यह है कि तिवारी को आस्ट्रेलिया में खेले गये इमर्जिंग प्लेयर्स टूर्नामेंट के लिये चुना गया था लेकिन त्रिकोणीय श्रृंखला में चुने जाने के कारण वह आस्ट्रेलिया में खेलने का अनुभव भी हासिल नहीं कर पाये.
वैसे यह पहली बार नहीं हुआ जबकि खिलाड़ी विदेशी दौरों पर केवल टूरिस्ट बनकर गये. पिछले साल से भारत के विदेशी दौरों में अधिकतर में किसी न किसी खिलाड़ी को खेलने का मौका नहीं मिला. जनवरी 2009 में भारतीय टीम बांग्लादेश में त्रिकोणीय श्रृंखला खेलने गयी थी तो अशोक डिंडा ने पूरा समय ड्रेसिंग रूम में बैठकर बिताया था.
इससे पहले टेस्ट श्रृंखला के लिये तेज गेंदबाज सुदीप त्यागी को टीम में चुना गया था. उन्होंने दौरे पर जाने से पहले विश्वास जताया था कि वह अंतिम एकादश में जगह बनाने में सफल रहेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया था. इसके बाद जब भारतीय टीम न्यूजीलैंड दौरे पर गयी थी तो लक्ष्मीपति बालाजी, धवल कुलकर्णी, मुरली विजय और अमित मिश्रा टेस्ट टीम में होने के बावजूद मैच नहीं खेल पाये थे. इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ वन डे श्रृंखला में इरफान पठान, दिनेश कार्तिक और प्रज्ञान ओझा जैसे खिलाड़ी टूरिस्ट की भूमिका निभाते रहे थे.
वेस्टइंडीज दौरे में मुरली विजय, आर पी सिंह और ओझा जबकि सितंबर 2009 में श्रीलंका में त्रिकोणीय श्रृंखला में प्रवीण कुमार, अमित मिश्रा और अभिषेक नायर को खेलने का मौका नहीं मिला था. श्रीलंका में हाल में समाप्त हुई टेस्ट श्रृंखला में मुनाफ पटेल को खेलने का मौका नहीं मिल पाया था. उन्हें चोटिल एस श्रीसंत की जगह टीम में लिया गया था. मुनाफ अब इशांत शर्मा को कवर करने के लिये दाम्बुला पहुंचे और उन्हें आज पहली बार टीम में चुना गया.