पाकिस्तान में सेना एक बार फिर हावी होती नजर आ रही है. सेना प्रमुख अशफाक परवेज कियानी ने राष्ट्रपति जरदारी से कहा है कि वो पाकिस्तान में जारी उथल पुथल पर काबू करें.
जाहिर है पाकिस्तान के हालात दिन पर दिन बदतर होते जा रहे हैं. एक तरफ तालिबान अपनी जड़े जमा रहा है, दूसरी तरफ अमेरिका का दबाव कि आतंक से जल्दी निपटो. इस हालात में पाकिस्तान की राजनीति एक बार फिर डांवाडोल हो गयी है.
सूत्रों के मुताबिक अमेरिका दौरे से वापस लौटने के बाद कियानी ने पाकिस्तान के सेना कमांडरों के साथ बैठक की. कियानी ने जरदारी से कहा है कि जिस तरह देश में सरकार के खिलाफ आवाज उठने लगी है, उससे पहले ही हालात संभालने की कोशिश होनी चाहिए.
16 मार्च को नवाज शरीफ के समर्थकों और वकीलों ने सरकार के खिलाफ रैली निकालने का फैसला किया है. इनकी मांग है कि पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने सुप्रीम कोर्ट ने जिन जजों को बर्खास्त किया था, उन्हे फिर से बहाल किया जाए.
सूत्रों के मुताबिक अमेरिका की चिंता की वजह ये है कि पाकिस्तान के कबायली इलाकों में आतंकवादियों और अलकायदा की पहुंच मजबूत हो रही है. कियानी आईएसआई के पूर्व प्रमुख रह चुके हैं और ऐसे हालात में उनका ये बयान इस बात का सबूत है कि राष्ट्रपति जरदारी की स्थिति अब पहले जैसी नहीं रही.