'लव जेहाद' के मसले पर हंगामा बरपा है, लेकिन जामा मस्जिद के शाही इमाम का कहना है कि इस तरह की किसी चीज का वजूद नहीं है और बीजेपी और आरएसएस देश का माहौल खराब करने के लिए इसे तूल दे रहे हैं. उन्होंने बीजेपी पर इसका राजनीतिक फायदा उठाने की साजिश रचने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, मुल्क का माहौल खराब करने के लिए एक साजिश के तहत प्यार को जेहाद का नाम दिया जा रहा है. फिरकापरस्त ताकतें उत्तर प्रदेश और दूसरे राज्यों में इसे बढ़ावा दे रहे हैं, ये बहुत अफसोसनाक है.
'जबरदस्ती नहीं हो सकता धर्म परिवर्तन'
उन्होंने कहा, 'इस्लाम में जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करने की इजाजत ही नहीं है. जोर-जबरदस्ती से इस्लाम न फैला
है, न फैलेगा. यह भाजपा और आरएसएस की साज़िश है, कई रियासतों में जो चुनाव होने हैं, उसको देखते हुए
हिंदू और मुसलमानों के बीच नफरत की दीवार खड़ी करने की साजिश है, ताकि इसका सियासी फायदा उठाया जा
सके.
गौरतलब है कि हाल ही में महिलाओं के शोषण, शादी के झांसी और धर्म परिवर्तन की कोशिश के कुछ मामले सामने आए हैं, जिसे बीजेपी की ओर से 'लव जेहाद' कहा जाता रहा है. हाल ही में झारखंड की राजधानी रांची में अंतरराष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज तारा शाहदेव से फर्जी नाम से शादी और फिर धर्म परिवर्तन की कोशिश का मामला सामने आया था. जिसके बाद 'लव जेहाद' का मुद्दा सियासी गलियारों में और भी चर्चा में आ गया. रांची में सोमवार को इस मुद्दे पर विश्व हिंदू परिषद ने बंद बुलाया था. लेकिन वीएचपी कार्यकर्ता बंद में सहयोग न करने वाले आम लोगों को पीटने और दुकानों पर हमला करने से बाज नहीं आए.