केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि भारत में अलग-अलग राजनीतिक दल के लोगों के गैर जिम्मेदाराना बयान देने जैसी ‘छिटपुट’ घटनाएं हो सकती हैं, लेकिन इसे देश में असहिष्णुता के माहौल के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए. जेटली ने कहा कि इस तरह की घटना बहुत खराब है, लेकिन भारत जैसे बड़े देश में ये बहुत कम होती हैं.
मीडिया पर हमलावर हुए जेटली
उन्होंने कहा कि पहले भी ऐसी छिटपुट घटनाएं होती रही हैं. असहिष्णुता के कथित माहौल से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि यह मीडिया की उपज है. उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर विषय को लेकर मेरी अपनी समझ यह है कि क्या ऐसी बहुत सारी चीजें हो रही हैं जिनसे असहिष्णुता दिखती है? जवाब ना में है.
पार्टी के एजेंडे में ऐसी गतिविधि नहीं
वित्त मंत्री ने कहा कि भारत जैसे बड़े देश में एक ही समय में कुछ घटनाएं हो सकती हैं जिन्हें बहुत ही गलत और निंदनीय समझा जा सकता है. यह पूछे जाने पर कि क्या बीजेपी में किसी तरह का आत्मनिरीक्षण हो रहा है, उन्होंने कहा कि असल में ना तो पार्टी के एजेंडे में या जमीनी स्तर पर इस तरह की कोई गतिविधि है जिसमें भारत जैसे बड़े देश में राज्य दर राज्य असहिष्णुता की घटनाएं हो रही है.
चार लोगों के रवैए से असहिष्णुता का माहौल नहीं
जेटली ने कहा कि कोई समाचार चैनल चार लोगों को गैर जिम्मेदाराना बयान देते दिखाकर उसकी खबर बना सकता है. ऐसा लगता है कि यही हो रहा है. राजनीति में व्यापक रूप में ऐसा दिखाया जाता है, हमेशा ऐसे तीन या चार लोग होंगे जो घटनाओं को लेकर आक्रामक और असंगत तरीके से प्रतिक्रिया देंगे. उन्होंने कहा कि इसलिए जब टेलीविजन कैमरे से आपका सामना होता है तो आप वह कहते हैं जो आपको नहीं कहना चाहिए. ऐसे चार, पांच, छह लोग हैं, उसको आप असहिष्णुता का माहौल कह दो?
IMF और वर्ल्ड बैंक की बैठक में लेंगे हिस्सा
वित्त मंत्री जेटली अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका के एक हफ्ते के दौरे पर पहुंचे हैं. वीकेंड में वह न्यूयार्क जाएंगे और वहां स्थानीय कारोबारी समुदाय के साथ बातचीत करेंगे. इसके बाद वह संयुक्त राष्ट्र में एक बैठक को संबोधित करेंगे.