केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के तहत 10वीं बोर्ड की परीक्षा में इस साल छात्रों के अंक और प्रतिशत के स्थान पर ग्रेड प्रदान किया गया है जिसके मद्देनजर कोई टॉपर नहीं होगा.
छात्रों को प्रमाणपत्र प्रदान किया जा रहा है जिसमें उनकी अकादमिक दक्षता, जीवन कौशल, मूल्यों, आचार व्यवहार, साहित्यिक एवं वैज्ञानिक अभिरूचि, कला एवं शारीरिक कौशल का समावेश करते हुए ग्रेड प्रदान किया गया है.
सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा ‘‘छात्रों में परीक्षा के भय और तनाव को दूर करने के प्रयासों के तहत सीबीएसई परीक्षा में फेल या पास करने की पुरानी व्यवस्था से इतर अब ग्रेडिंग प्रणाली के तहत प्रमाणपत्र प्रदान कर रहा है.’’
उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य अंक के आधार पर छात्रों की मेधा को आंकने की प्रवृति पर अंकुश लगाना और अंक प्रतिशत पर आधारित अनुचित प्रतिस्पर्धा को समाप्त करना है.
उन्होंने कहा ‘‘हमारा उद्देश्य बच्चों पर पड़ने वाले सामाजिक दबाव को कम करना और मुक्त वातावरण में पढ़ाई को सुगम बनाना है जो अंक और प्रतिशत के आधार पर टॉपर बनने की होड़ पैदा करती थी.’’ उन्होंने कहा कि छात्रों को प्रमाणपत्र प्रदान किया जायेगा जिसमें उनके व्यक्तिव के विभिन्न पहलुओं का ब्यौरा होगा.{mospagebreak}
सीबीएसई के सीसीई के आधार पर तैयार प्रमाणपत्र के प्रारूप की शुरूआत छात्र के बारे में जानकारी से होगी और अकादमिक प्रदर्शन के तहत विभिन्न विषयों में फार्मेटिव एवं समेटिव परीक्षा में प्रदर्शन, ग्रेड एवं पसे’टाइल का ब्यौरा होगा.
अधिकारी ने कहा कि इन सभी खंडों में प्रदर्शन को पर्सेटाइल में बदल कर ग्रेड प्रदान किये जायेंगे.
प्रमाणपत्र में सह.शैक्षिक एवं जीवन कौशल से जुड़े विषयों के मूल्यांकन का ब्यौरा पेश होगा.
नयी ग्रेडिंग प्रणाली नौ प्वायंट पर आधारित होगी जो ए1 ग्रेड (असाधारण) से शुरू होगी और ई2 ग्रेड (असंतोषजनक) पर समाप्त होगी.
ग्रेडिंग प्रणाली में पर्सेंटाइल की भी व्यवस्था होगी ताकि कोई विद्यार्थी अगर कक्षा में अपनी स्थिति की जानकारी चाहता है तो पर्सेंटाइल के आधार पर उसे पता चल जायेगा कि कक्षा में उसका प्रदर्शन कैसा है. अधिकारी ने कहा कि प्रमाणपत्र में पास या फेल नहीं लिखा होगा बल्कि ग्रेड दर्ज होगा.{mospagebreak}
उन्होंने बताया कि किसी एक विषय या सभी पांच विषयों (अतिरिक्त विषय को छोड़कर) में ई1 या ई2 ग्रेड प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रदर्शन सुधारने के पांच मौके प्रदान किये जायेंगे. अधिकारी ने कहा कि छात्रों के प्रदर्शन सुधारने की परीक्षा 17 जुलाई को होगी और इस विषय में स्कूलों से 23 जून तक क्षेत्रीय कार्यालयों को छात्रों की सूची भेजने को कहा गया है.
उन्होंने कहा कि सभी पांच विषयों में ए1 ग्रेड प्राप्त करने वाले छात्रों को ‘प्रतिभा प्रमाणपत्र’ प्रदान किये जायेंगे.
इस प्रणाली के तहत 91 से 100 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को ए1 ग्रेड और 10 पर्सेंटाइल, 81 से 90 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वालों को ए2 ग्रेड एवं 9 पर्सेंटाइल, 71 से 80 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले बी1 ग्रेड और 8 पर्सेंटाइल, 61 से 70 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले बी2 ग्रेड एवं 7 पर्सेंटाइल, 51 से 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले सी1 ग्रेड एवं 6 पर्सेंटाइल, 41 से 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले सी2 ग्रेड एवं 5 पर्सेंटाइल, 33 से 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले डी ग्रेड एवं 4 पर्सेंटाइल, 21 से 32 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले छात्र को ई1 ग्रेड और 20 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त करने वालों छात्रों को ई2 ग्रेड (असंतोषजनक) प्रदान किया जायेगा.