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तीसरा मोर्चा विश्वसनीय नहीं था: येचुरी

चुनाव परिणामों से माकपा आहत दिख रही है और पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि चुनावों के बाद के घटनाक्रम से साबित होता है कि 'कट एंड पेस्ट' गठबंधन एक गलती थी.

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लोकसभा चुनावों के बाद तीसरे मोर्चे के घटक दलों बसपा और जद एस का संप्रग की ओर रूख करने से माकपा आहत दिख रही है और पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि चुनावों के बाद के घटनाक्रम से साबित होता है कि 'कट एंड पेस्ट' गठबंधन एक गलती थी.

माकपा के पोलितब्यूरो सदस्य सीताराम येचुरी ने कहा है कि बसपा, जद एस और टीआरएस के बारे में आप सही हैं मैं यही बात कह रहा हूं. यह न विश्वसनीय था और न ही व्यवहार्य. चुनाव पूर्व गठबंधन से उनका अलग होना इसकी पुष्टि करता है.

येचुरी ने एक निजी चैनल में दिए साक्षात्‍कार में कहा कि पूर्व में भाजपा की साथ रह चुकी पार्टियों के साथ गठबंधन करना क्या गलती थी. बसपा और जद एस अब कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार का समर्थन कर रहे हैं जबकि टीआरएस राजग में शामिल हो गयी. येचुरी ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि लोगों को तीसरा मोर्चा विश्वसनीय नहीं लगा.

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