संसद भवन परिसर में नया मामला सामने आया है. ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में सभी सांसदों से पार्टी के खर्चे के खाते से 2 हजार रुपये लिए जाते हैं. जिसको इकट्ठा करने की जिम्मेदारी तृणमूल कांग्रेस सांसद रत्ना दिनाग की होती है. रत्ना देनाग, ममता की काफी करीबी मानी जाती है और वह सांसदों से फंड इकट्ठा करने का काम करती हैं.
हॉल में इकट्ठा हुए 30 हजार गायब
संसद सत्र के दौरान पार्टी फंड में सांसदों द्वारा दिए गए पैसों को इकट्ठा करने के बाद टीएमसी सांसद रत्ना ने उन्हें संसद भवन परिसर में पार्टी ऑफिस में अपने लॉकर में रख दिया. अभी तक यह रकम तीस हजार रुपये इकट्ठा हुई थी. लेकिन पिछले हफ्ते ही अचानक रत्ना ने अपने सांसदों को बताया कि संसद भवन परिसर में पार्टी ऑफिस के लॉकर में रखे रुपये गायब हैं, जिसके बाद पार्टी के सांसदों ने कहा कि आप अपने घर में चेक कीजिए शायद वहां होंगे. लेकिन रत्ना ने कहा कि मैंने पार्टी फंड के रुपये लॉकर में ही रखे हैं, जिसके बाद मामला गंभीर हो गया.
शिकायत करें या ना करें इस असमंजस में TMC
पार्टी के सांसदों को यह डर सता रहा था कि ऐसे संसद भवन परिसर से रुपये चोरी होने का मामला सामने आने पर पार्टी की बदनामी होगी और ममता दीदी भी नाराज होंगी, जिसके चलते कई सांसदों ने रत्ना देनाग से कहा कि आप मामले को यहीं रफा दफा कर दें, आगे बढ़ाने से नुकसान होगा. लेकिन रत्ना ने पार्टी आलाकमान से बात करने के बाद खुद तो इस मामले में मीडिया से दूरी बनाने का फैसला किया, लेकिन पार्टी दफ्तर के कर्मचारियों के द्वारा इस पूरे मामले की शिकायत दर्ज करा दी.
इस गंभीर मामले पर सब है चुप-चुप
लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन परिसर में चोरी की घटना एक चौकाने वाली बात है, जिसको लेकर खुलकर ना तृणमूल कांग्रेस कुछ बोलना चाहती है और ना ही संसद का सिक्योरिटी स्टाफ. लेकिन संसद भवन परिसर में गायब हुए रुपयों की यह कहानी वाकई अद्भुत, अविश्वसनीय और अकल्पनीय नजर आती है, जिससे पर्दा उठाने की जिम्मेदारी अब संसद भवन के सिक्योरिटी स्टाफ की है.