गुरुवार को इलाहाद के कुंभ में संतों की एक विशेष संसद होगी इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवी संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि बात सिर्फ राम मंदिर की नहीं है, यह देश की अस्मिता का सवाल है. धर्म संसद के बारे में उन्होंने कहा कि किसी एक विषय पर बात नहीं होगी.
गौरतलब है कि गुरुवार को संतों की एक विशेष संसद होगी, जिसमें सात हजार से ज्यादा साधु संत हिस्सा लेंगे. इस संसद में मार्गदर्शन मंडल भगवान राम के मंदिर निर्माण पर एक प्रस्ताव पेश करेगी.
कैसी होगी धर्म संसद
धरती के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में धर्म की एक विशेष संसद लग रही है. दोपहर के दो बजे संतों का समागम होगा जहां साधु-संतों के साथ हिन्दु धर्म की राजनीतिक पताका लहराने वाले पुरुष भी जुटे हुए हैं. विश्व हिन्दू परिषद के अलावा, राष्ट्रीय स्वय़ं सेवक संघ के प्रमुख और सात हजार संत इन सबकी मौजूदगी में मार्गदर्शक मंडल राम मंदिर पर एक प्रस्ताव पारित करेगा.