सुप्रीम कोर्ट ने जैसे ही मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले की जांच CBI को सौंपी, सियासी दलों में इस पर प्रतिक्रिया देने की होड़ लग गई. खास बात यह है कि सत्ताधारी बीजेपी हो या विपक्षी दल, सभी ने इस फैसले का अपने अंदाज में स्वागत किया.
विपक्ष ने मुझ पर घटिया आरोप लगाए: शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि उसने संदेह का माहौल बनाया. उन्होंने कहा, 'विपक्ष ने मुझ पर घटिया आरोप लगाए. सीबीआई जांच से सच सामने आ जाएगा.' उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए अग्निपरीक्षा की तरह है.
शिवराज ने कहा, 'मैं व्यथित और बेचैन था. ऐसे में मैं सीबीआई जांच चाहता है. मैं सीबीआई से अनुरोध करूंगा कि वह जल्द जांच शुरू करे.'
राजनाथ, शिवराज ने बेशर्मी से पलटी खाई: दिग्विजय
कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि व्यापम घोटाले की जांच CBI को सौंपे जाने का सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्वागत योग्य है. उन्होंने कहा कि कोर्ट के इस फैसले से भरोसा जगा है. साथ ही दिग्विजय ने केंद्रीय गृहमंत्री और एमपी के सीएम पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि राजनाथ सिंह और शिवराज चौहान ने बहुत देर बाद बेशर्मी दिखाते हुए पलटी खाई. उन्होंने कहा कि शिवराज को 2 साल बाद सद्बुद्धि आई.
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि भ्रष्ट नेता और दलाल खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि प्रदेश सरकार उन पर कार्रवाई नहीं कर रही है.
बीजेपी भी चाहती थी सीबीआई जांच: संबित पात्रा
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि उनकी पार्टी खुद भी चाहती थी कि सीबीआई ही व्यापम मामले की जांच करे. उन्होंने कहा कि कोर्ट ने शिवराज सिंह चौहान के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है, इसलिए बीजेपी आभारी है.
जनता की मांग का सम्मान: कैलाश विजयवर्गीय
मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि वे STF की जांच से संतुष्ट थे, लेकिन जनता सीबीआई जांच चाहती थी. ऐसे में हमें जनता की भावनाओं का आदर करना चाहिए.